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Sunday, October 12, 2025

कौन हैं मारिया कोरिना मचाडो, जिन्हें मिला नोबेल शांति पुरस्कार; अब हो रहा विवाद

डेस्क। मारिया कोरिना माचाडो (Maria Corina Machado) को Nobel Peace Prize 2025 मिला है, जिसे वेनेजुएला में लोकतंत्र को बढ़ावा देने और तानाशाही के खिलाफ उनके संघर्ष के लिए दिया गया है। हालांकि, गाजा पर इजरायली बमबारी का समर्थन करने और अपनी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए विदेशी ताकतों की मदद मांगने के कारण मारिया विवादों में घिर गई हैं।

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वेनेज़ुएला के लोकतंत्र समर्थक आंदोलन की एक हस्ती मचाडो, लैटिन अमेरिका में नागरिक साहस की एक सशक्त प्रतीक हैं। दशकों से उन्होंने निकोलस मादुरो के दमनकारी शासन का विरोध किया है, धमकियों, गिरफ्तारियों और राजनीतिक उत्पीड़न को सहन किया है।

वेनेजुएला के विवादित 2024 के चुनाव के दौरान जब शासन ने उनकी उम्मीदवारी पर रोक लगा दी थी, मचाडो ने विपक्षी प्रतिनिधि एडमंडो गोंजालेज उरुतिया का समर्थन किया था। उन्होंने मतदान केंद्रों की निगरानी, मतगणना का दस्तावेजीकरण और चुनावी धोखाधड़ी का पर्दाफाश करने के लिए नागरिकों के नेतृत्व वाले प्रयासों की देखरेख की, जबकि सरकार असहमति को दबाने की कोशिश कर रही थी।

मारिया वेंटे वेनेजुएला की राष्ट्रीय समन्वयक हैं, जिसकी उन्होंने 2013 में सह-स्थापना की थी। इसके साथ ही वह नेशनल असेंबली की पूर्व सदस्य भी रहीं। इसके साथ ही स्वतंत्र चुनावों को बढ़ावा देने वाले नागरिक समाज समूह सुमाते और लोकतांत्रिक परिवर्तन की वकालत करने वाले गठबंधन सोयवेनेज़ुएला की स्थापना में मदद की।

अमेरिकी राज्यों के संगठन में मानवाधिकारों के हनन की निंदा करने के बाद 2014 में उन्हें संसद से निष्कासित कर दिया गया था। उन पर राजद्रोह और षड्यंत्र, यात्रा प्रतिबंध और राजनीतिक अयोग्यता के आरोप लगे हैं। मचाडो ने यूनिवर्सिडाड कैटोलिका आंद्रेस बेलो से औद्योगिक इंजीनियरिंग में डिग्री और IESA से वित्त विशेषज्ञता हासिल की है।

Tag: #nextindiatimes #MariaCorinaMachado #NobelPeacePrize2025

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