स्पोर्ट्स डेस्क। आईपीएल (IPL) भारत का सबसे बड़ा क्रिकेट मैच है। यह न केवल खिलाड़ियों के लिए बल्कि चीयरलीडर्स (cheerleaders) और अंपायर्स के लिए भी पैसे कमाने का बढ़िया जरिया है। इस आर्टिकल में हम आपको बताने जा रहे है कि चीयरलीडर और अंपायर (umpires) आईपीएल के एक सीजन से कितनी कमाई कर सकते हैं?
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आईपीएल (IPL) मैच के दौरान चीयरलीडर्स अपनी-अपनी टीम को सपोर्ट करती नजर आती हैं। आपको बता दें सभी टीमों की चीयरलीडर्स (cheerleaders) की सैलरी अलग-अलग होती है। इनकी सैलरी का निर्धारण सभी फ्रेंचाइजी अपने-अपने मुताबिक करती हैं। वैसे चीयरलीडर्स आईपीएल के एक सीजन से दो से चार लाख रुपये तक कमा सकती हैं। आईपीएल में टीम के मुताबिक चीयरलीडर्स को अलग-अलग पैसे मिलते हैं।
इसके अलावा चीयरलीडर्स (cheerleaders) के चयन के लिए ऑफलाइन ऑडिशन होता है, जिसमें डांसिंग स्किल्स का परीक्षण किया जाता है क्योंकि आईपीएल (IPL) में चीयरलीडर्स को 3:30 घंटे तक रुक-रुक कर डांस करना पड़ता है। इसके अलावा उनकी कम्युनिकेशन स्किल्स का भी परीक्षण किया जाता है लेकिन खास बात ये है आईपीएल (IPL) फ्रेंचाइजी सीधे चीयरलीडर्स का चयन नहीं करती हैं। इसके लिए वे कुछ संगठनों की मदद लेती हैं।

अब बात करते हैं अंपायर्स की; तो ये क्रिकेट मैच के निष्पक्ष निर्णय के लिए जिम्मेदार होते हैं। उनकी भूमिका बेहद महत्वपूर्ण होने के साथ तनावपूर्ण भी होती है। जानकारी के अनुसार आईपीएल में एक अंपायर की सैलरी प्रति मैच लगभग 3.4 लाख रुपये होती है जबकि प्लेऑफ और फाइनल मैच के लिए यह राशि बढ़कर 5 लाख और 7 लाख रुपये हो जाती है। इस हिसाब से देखा जाए तो अंपायरों का काम चीयरलीडर्स की तुलना में ज्यादा होता है और इसी वजह से इनकी सैलरी भी ज्यादा होती है।
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