नई दिल्ली। भारत में होने वाली जनगणना (Census) को लेकर केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 2027 की जनगणना के लिए 11,718 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है। यह जनगणना देश के इतिहास में पहली बार पूरी तरह डिजिटल होगी। इस बार हर व्यक्ति और हर घर का डाटा मोबाइल ऐप और वेब पोर्टल के जरिए डिजिटल रूप से दर्ज किया जाएगा। ऐसे में चलिए अब आपको बताते हैं की जनगणना के दौरान कौन-कौन से सवाल पूछे जाएंगे?
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ये होंगे सवाल:
नाम, वैवाहिक स्थिति और बच्चों की जानकारी
एजुकेशनल क्वालिफिकेशन
रोजगार का टाइप (सरकारी, निजी, स्व–रोजगार, आदि)
मोबाइल, इंटरनेट और फोन की उपलब्धता
साइकिल, बाइक या कार जैसे वाहनों का मालिकाना हक
घर में खाया जाने वाला अनाज
पीने के पानी और बिजली का मुख्य सोर्स
शौचालय और नहाने की सुविधा
रसोई और एलपीजी-पीएनजी कनेक्शन
खाना पकाने में इस्तेमाल होने वाला ईंधन
रेडियो और टीवी की उपलब्धता
घर की स्थिति
घर में सामान्य रूप से रहने वाले व्यक्तियों की संख्या
घर का मुखिया कौन है
परिवार किस समुदाय से हैं
घर में कितने कमरे हैं
मकान की दीवार
फर्श और छत किस सामग्री की बनी है और मकान की कंडीशन
घर में कितने विवाहित जोड़े रहते हैं

माइग्रेशन से जुड़े सवाल भी पूछे जाएंगे:
जनगणना 2027 को लेकर गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने संसद में बताया कि इस बार प्रवास से जुड़ी जानकारी भी ज्यादा विस्तार से ली जाएगी। जनगणना में जन्म स्थान, पिछला निवास, वर्तमान स्थान पर रहने का समय और प्रवास का कारण पूछा जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि जनगणना हमेशा उसी जगह की जाती है जहां व्यक्ति गणना अवधि के दौरान मौजूद होता है। वहीं प्रवासी श्रमिकों और अस्थाई निवासियों के लिए अलग प्रक्रिया नहीं होगी।
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