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Saturday, April 12, 2025

पायलट की वर्दी पर बनी स्ट्रिप्स का क्या होता है मतलब?

डेस्क। बचपन में जहां एक ओर बच्चे डॉक्टर-इंजीनियर बनने का सपना देखते हैं। वहीं दूसरी ओर उनके मन में बड़े होकर जहाज (plane) उड़ाने की भी इच्छा होती है। हालांकि, पायलट (pilot) बनना इतना आसान नहीं होता है। लेकिन सही कोर्स की मदद से और ट्रेनिंग (training) लेने के बाद आप पायलट बन सकते हैं।

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अक्सर आप हवाई जहाज (plane) से जब कहीं ट्रेवल पर जाते हैं तो आपका ध्यान पायलट (pilot) की वर्दी जरूर आकर्षित करती होगी। अगर आप ध्यान से देखेंगे तो आपको नज़र आएगा की पायलट्स की वर्दी पर कॉलर के बगल में कंधे पर कुछ पट्टियां बनी होती हैं। पायलट्स की यूनिफॉर्म (uniform of pilots) के यह स्ट्रिप्स केवल कैप्टन्स या मिलिट्री जनरल की तरह ही गोल्ड या सिल्वर होते हैं। जो उनकी रैंक को प्रदर्शित करता है।

पायलट (pilot) की यह रैंक फ्लाइंग आवर्स पर निर्भर करती हैं। एक पायलट अपने जीवन काल में प्लेन को जितनी देर हवा में उड़ान भरता है, वही उस पायलट का फ्लाइंग ऑवर कहलाता है। फ्लाइंग स्कूल में अच्छा प्रशिक्षण लेने वाले पायलट को सिल्वर स्ट्राइप्स दिया जाता है।

ट्रेनिंग पूरी करने के बाद जब कोई कमर्शियल एयरलाइन (commercial airline) उस पायलट (pilot) को हायर कर लेती है, तब उस एयरलाइन द्वारा पायलट को पहली गोल्ड स्ट्राइप्स मिलती है। पायलट के 100-200 आवर पूरे किये जाने पर उसे दूसरा गोल्ड स्ट्राइप्स दिया जाता है और तीसरा गोल्ड स्ट्राइप्स पाने के लिए आमतौर पर पायलट को 1000-1500 आवर्स पूरे करने होते हैं। अंतिम के चौथे गोल्ड स्ट्राइप्स के लिए इन पायलट को 5000 आवर पूरे करके कैप्टन के पद पर पहुंचना होता है।

Tag: #nextindiatimes #pilot #plane

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