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Wednesday, June 4, 2025

रेल टिकट में लिखे CNF, RAC, RLWL और PQWL कोड्स का क्या है मतलब?

डेस्क। भारतीय रेलवे (Indian Railway) में टिकट बुकिंग के दौरान अक्सर यात्रियों (passengers) को वेटिंग लिस्ट का सामना करना पड़ता है। अक्सर देखने को मिलता है कि ट्रेन में जब कंफर्म सीट नहीं होती है, ऐसे में टिकट बुक करने के बाद उस पर CNF, RAC, RLWL और PQWL लिखा आ जाता है। दरअसल, वेटिंग लिस्ट के कई प्रकार होते हैं, जैसे RQWL, RLWL, PQWL और GNWL ऐसे में हर यात्री यह जानना चाहता है कि इनमें से कौन सी वेटिंग लिस्ट की टिकट सबसे पहले कंफर्म होती है।

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कन्फर्म (CNF):

अगर आपकी टिकट टिकट कन्फर्म है तो आपकी टिकट पर CNF लिखा होता है। इस स्थिति में आपको सीट नंबर एवं बर्थ नंबर भी अलॉट हो जाता है। कभी-कभी टिकट पर CNF लिखा होता है लेकिन बर्थ नंबर एवं सीट नंबर अलॉट नहीं होता है। ऐसी स्थिति में आपकी टिकट कन्फर्म होती है। चार्ट तैयार होने के बाद आपको सीट नंबर एवं बर्थ नंबर अलॉट कर दिया जाता है।

रिजर्वेशन अगेंस्ट कैंसलेशन (RAC):

जिन टिकट में RAC कोड दर्ज होता है इसका मतलब है कि आपको अपनी सीट किसी दूसरे व्यक्ति के साथ शेयर करनी होगी। ऐसे स्थिति में एक सीट पर दो लोगों को सफर करना होता है। अगर RAC टिकट वाले कोई व्यक्ति अपनी टिकट कैंसल करते हैं तो इस स्थिति में आपकी टिकट कन्फर्म हो सकती है और आप उस पर अकेले सफर कर सकते हैं।

रिमोट लोकेशन वेटिंग लिस्ट (RLWL):

RLWL जिन टिकट में दर्ज होता है उसका मतलब रिमोट लोकेशन वेटिंग लिस्ट होता है। इन टिकट को ट्रेन के शुरू होने और अंतिम स्टेशन के बीच में पड़ने वाली स्टेशनों से कराया जाता है। अगर ये टिकट कन्फर्म नहीं होती है तो आगे भी इसके कन्फर्म होने के चांस बहुत कम रहते हैं।

पूल्ड कोटा वेटलिस्ट (PQWL):

जिन टिकट पर PQWL दर्ज होता है इसका मतलब पूल्ड कोटा वेटलिस्ट होता है। जब कोई ट्रेन लम्बी दूरी की होती है और कोई यात्री उस ट्रेन में छोटी दूरी (बीच में पड़ने वाली दो स्टेशन) की यात्रा करता है उन टिकट में ये PQWL कोड दर्ज होता है। RLWL की तरह इन टिकट के कन्फर्मेशन के चांस भी बेहद काम होते हैं।

Tag: #nextindiatimes #IndianRailways #GK

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