गाजियाबाद। सुप्रीम कोर्ट ने Nithari Kand में मोनिंदर सिंह पंढेर और सुरेंद्र कोली को बरी कर दिया है इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले को सही ठहराया। 2006 में नोएडा के Nithari case में 19 बच्चों और महिलाओं के कंकाल मिले थे जिसके बाद पंधेर और कोली को गिरफ्तार किया गया था। सीबीआई कोर्ट में सुनवाई हुई जिसमें कोली को कई मामलों में फांसी की सजा सुनाई गई थी।
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राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा में एक कोठी के पास से बच्चों के कंकाल बरामद होने के मामले ने पूरे देश को दहला दिया था। सनसनीखेज Nithari case अब भी आपके दिलो दिमाग में याद होगा। पड़ोस के इलाके से बच्चों के लगातार गायब होने के मामले के ऐसे खुलासे की उम्मीद किसी ने सपने में भी नहीं की थी।
नोएडा की D-5 कोठी के मालिक मोनिंदर सिंह पंढेर और उनके नौकर सुरेंद्र कोली को आरोपी बनाया था। पुलिस की विवेचना के बीच ही मामला सीबीआई को ट्रांसफर कर दिया गया। सीबीआई ने दोनों के खिलाफ अपहरण, दुष्कर्म और हत्या के कुल 16 मामले दर्ज किए थे। दोनों बड़े ही शातिर ढंग से गांव के भोले-भाले मासूम बच्चों के साथ हैवानियत की हदें पार कर उनकी हत्या करने के बाद लाश के टुकड़े-टुकड़े कर नाले में बहा देते थे।

यह खौफनाक सिलसिला करीब डेढ़ साल से ज्यादा समय तक चला लेकिन किसी की नजर इस कोठी पर नहीं पड़ी। लोगों को कोठी के पास स्थित पानी की एक टंकी के आसपास से बच्चों को गायब होने का शक जरूर हुआ था। 2006 के दिसंबर में एक कॉल गर्ल की तलाश करती पुलिस D-5 कोठी पहुंची तो वहां के नाले से 19-20 बच्चों-महिलाओं की हड्डियां-कंकाल मिले जिसके बाद हड़कंप ही मच गया।
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