दार्जिलिंग। पश्चिम बंगाल (West Bengal) के दार्जिलिंग जिले में सोमवार (17 जून 2024) सुबह कंचनजंगा एक्सप्रेस (Kanchenjunga Express) और एक मालगाड़ी (train) की टक्कर से 9 यात्रियों की मौत हो गई, जबकि 50 से ज्यादा घायल हुए। इस हादसे (accident) के बाद अब राहत और बचाव कार्य पूरा हो चुका है।
यह भी पढ़ें-बंगाल रेल हादसा: रेल मंत्री ने किया घटनास्थल का दौरा, बाइक पर बैठकर पहुंचे
इसके साथ ही हादसे (accident) वाली जगह ट्रैक बिछाने का काम भी पूरा हो चुका है और ट्रेन (train) सर्विस फिर शुरू हो गई है। उधर भारतीय रेलवे ने अपने स्तर पर मामले की जांच शुरू कर दी है। केंद्रीय रेल (train) मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प. बंगाल (West Bengal) में हुए ट्रेन हादसे पर दुख जताया है और इस हादसे (accident) में जान गंवाने वाले लोगों को 10 लाख रुपये और गंभीर रूप से घायलों को 2.5 लाख रुपये और मामूली रूप घायलों को 50 हजार रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है।
पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे की आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, (15719) कटिहार-सिलीगुड़ी इंटरसिटी एक्सप्रेस, (15720) सिलीगुड़ी-कटिहार इंटरसिटी एक्सप्रेस, (12042) न्यू जलपाईगुड़ी-हावड़ा शताब्दी एक्सप्रेस, (12041) हावड़ा-न्यू जलपाईगुड़ी शताब्दी एक्सप्रेस और (15724) सिलीगुड़ी-जोगबनी इंटरसिटी एक्सप्रेस सहित पांच ट्रेनें (train) आज के लिए रद्द कर दी गई हैं।
उधर कोलकाता हवाई अड्डे पर ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने कहा कि रेलवे अनाथ हो गई है। कोई देखने वाला नहीं है। सिर्फ बातें होती हैं। यात्रियों (passengers) के लिए कोई सुरक्षा नहीं है। उन्होंने शिकायत की कि रात में लंबी दूरी की ट्रेन यात्रा अब एक दु:स्वप्न है। मैं समय-समय पर सियालदह के यात्रियों (passengers) की पीड़ा देखती हूं। मैंने यह भी सुना है कि रात की ट्रेन (train) में यात्रियों को जो बिस्तर (कंबल-चादर, तकिए) दिए जाते हैं उनमें भी गंदगी रहती है। यही स्थिति है।
Tag: #nextindiatimes #train #accident #passengers