नई दिल्ली। मैसेजिंग ऐप टेलीग्राम (Telegram) के CEO पावेल ड्यरोव (Pavel Durov) की गिरफ्तारी के बाद भारत सरकार भी जांच शुरू करने जा रही है। सरकार जानना चाहती है कि ऐप का इस्तेमाल आपराधिक गतिविधियों में तो नहीं हो रहा। इसमें अवैध वसूली (Extortion) और जुआ (Gambling) शामिल है।
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रिपोर्ट्स के मुताबिक यदि जांच में इनके लिए दोषी पाया गया तो टेलीग्राम बैन (Telegarm Ban) हो सकता है। भारत सरकार के अधीन आने वाले एजेंसी इंडियन साइबर क्राइम कॉर्डिनेट सेंटर (14c) यह जांच कर सकती है। भारत में टेलीग्राम (Telegram) के करीब 50 लाख यूजर हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत सरकार की जांच का केंद्र बिंदु टेलीग्राम (Telegram) के पीअर टू पीअर (P2P) कम्युनिकेशन पर रहेगा। इसमें गैर कानूनी गतिविधियों को भी जांचा जाएगा।

टेलीग्राम (Telegram) के फाउंडर और सीईओ पावेल ड्यूरोव (Pavel Durov) को शनिवार शाम फ्रांस के बार्गेट हवाई अड्डे पर गिरफ्तार कर लिया गया। यह गिरफ्तारी पुलिस जांच के तहत की गई, जिसमें पाया गया कि मॉडरेटर की कमी ने टेलीग्राम (Telegram) ऐप पर आपराधिक गतिविधियों को बिना रोक-टोक चलने दिया।
हालांकि ड्यूरोव (Pavel Durov) की गिरफ्तारी के बाद पहली बार टेलीग्राम (Telegram) की प्रतिक्रिया सामने आई है। कंपनी ने कहा, वह यूरोपीय संघ के कानूनों का पालन करता है, जिसमें डिजिटल सेवा अधिनियम भी शामिल है। 90 करोड़ से अधिक सक्रिय यूजर वाले मंच ने कहा, टेलीग्राम (Telegram) के पावेल ड्यूरोव के पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है। इसका मॉडरेशन उद्योग मानकों के भीतर है और लगातार सुधार किया जा रहा है। हम इस स्थिति के शीघ्र समाधान की प्रतीक्षा कर रहे हैं।’
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