नई दिल्ली। हरियाणा के पंचकूला (Panchkula) में एक ही परिवार के सात लोगों ने सामूहिक आत्महत्या (mass suicide) कर के सभी को चौंका दिया है। माता-पिता, पति-पत्नी और तीन बेटों ने जहर खा लिया और सभी की मौत हो गई। इन लोगों ने जब ऐसा किया तो हर किसी को बुराडी केस (Buradi case) याद आ गया, जहां एक ही घर में 11 लोगों की लाश एक साथ मिली थी।
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यह मामला आज भी अनसुलझा है लेकिन ये सिर्फ सामूहिक आत्महत्या (mass suicide) के एक या दो केस नहीं है बल्कि देश में ऐसे कई और केस हैं, जहां लोग सामूहिक रूप से जिंदगी की जंग हार गए। 1 जुलाई 2018 को दिल्ली के बुराडी (Buradi) इलाके में हुए सामूहिक हत्याकांड (mass suicide) ने सभी को हिलाकर रख दिया था। यह भाटिया परिवार था, जहां 11 लोग रहते थे। तंत्र मंत्र और धार्मिक रिचुअल्स की वजह से परिवार के 11 लोगों ने आत्महत्या कर ली थी। इस केस की जांच करीब तीन साल तक चली लेकिन कोई भी निश्चित कारण सामने नहीं आ सका।

गुजरात (Gujarat) के सूरत में साल 2023 में एक परिवार के सात सदस्यों ने मौत को गले लगा लिया। जिसमें तीन बच्चे भी शामिल थे। सुसाइड नोट से पता चला कि परिवार के एक सदस्य ने पहले अपने परिजनों को जहर दिया और फिर स्वयं फांसी लगाई। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के रंगपुरी गांव में एक व्यक्ति ने अपनी चार बेटियों के साथ जहर खाकर आत्महत्या (mass suicide) की। पड़ोसियों ने बदबू की शिकायत के बाद पुलिस को सूचित किया, जिसके बाद शव बरामद हुए। बताया जा रहा है कि आर्थिक तंगी के कारण चारों ने खुदकुशी की थी।
दिल्ली में साल 2018 में बुराडी इलाके में हुए सामूहिक हत्याकांड ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया। दरअसल भाटिया परिवार के 11 लोगों ने तंत्र मंत्र और धार्मिक रिचुअल्स की वजह से आत्महत्या (mass suicide) कर ली थी। इस मामले में करीब तीन साल तक जांच चली लेकिन सच्चाई आज भी सामने नहीं आई। हालांकि इसमें धार्मिक अंधविश्वास और मनोवैज्ञानिक कारण भी बताया गया था।
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