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Sunday, May 4, 2025

नकली सोने की पहचान करेगा यह सरकारी ऐप, बस ऐसे करें प्रयोग

डेस्क। भारतीय लोग सोने (gold) को बहुत ही शुद्ध धातु मानते हैं और इसे पहनना बहुत ही अच्छा मानते हैं। बहुत से लोग अपने भविष्य के लिए सोने के गहने बनवाकर रखते हैं ताकि जरूरत पड़ने पर उन्हें बेचकर जरूरतों को पूरा किया जा सके। शादियों (wedding) का सीजन चल रहा है। ऐसे में जूलरी की दुकानों पर भारी भीड़ रहती है। भीड़ के चलते ग्राहक (customers) सही से सोने की जांच तक नहीं कर पाते। इससे लाखों रुपये खर्च करने के बाद भी भारी नुकसान हो सकता है।

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सरकार (government) ग्राहकों को लिए एक ऐसा ऐप लेकर आई है, जिससे मिनटों में यह पता लगाया जा सकता है कि सोना (gold) असली है या नकली? BIS केयर ऐप के जरिए यूजर्स रियल टाइम में हॉलमार्क वाले सोने की ज्वैलरी (gold jewelery) की प्योरिटी कंफर्म करता है। ये ऐप Android और Apple iPhone यूजर्स को गूगल प्ले स्टोर और एपल ऐप स्टोर से डाउनलोड करने के लिए मिल जाएगा। बीआईएस वेबसाइट FAQ के मुताबिक, गोल्ड ज्वैलरी की हॉलमार्किंग 6 कैटगरी में की जा सकती है जिसमें 14K, 18K, 20K, 22K, 23K और 24K शामिल है।

इस ऐप के जरिए किसी भी प्रोडक्ट या आइटम पर ISI मार्क, हॉलमार्क और CRS रजिस्ट्रेशन मार्क की ऑथेंटिसिटी वेरिफाई करता है। बस प्रोडक्ट या आइटम पर शो हो रहे लाइसेंस नंबर/HUID नंबर/रजिस्ट्रेशन नंबर को लिखें और मैनुफैक्चरर का नाम और एड्रेस, लाइसेंस या रजिस्ट्रेशन वैलिडिटी, लाइसेंस या रजिस्ट्रेशन जैसी सभी डिटेल्स मिल जाएंगी।

इसके लिए सबसे पहले ऐप डाउनलोड करके रजिस्ट्रेशन करना होगा। ISI और हॉलमार्क के जरिए आपका काम हो जाएगा। वेरिफाई लाइसेंस डिटेल्स पर क्लिक करें। अब आप मार्क के साथ प्रोडक्ट की ऑथेंटिसिटी चेक कर सकते हैं। HUID नंबर के साथ हॉलमार्क की गई ज्वैलरी (gold jewelery) आइटम की पहचान की जा सकती है। HUID का मतलब हॉलमार्क यूनिक आइडेंटिफिकेशन नंबर है। ध्यान दें कि बिल पर छह अंकों का HUID कोड लिखा होना जरूरी नहीं है। इसलिए आपको इस कोड के बारे में जानकारी उस स्टोर से मिलेगी जहां से आप खरीदारी कर रहे हैं।

Tag: #nextindiatimes #gold #governmentapp

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