एंटरटेनमेंट डेस्क। गायक मुकेश (Mukesh) ने अपने गानों से देश ही नहीं, विदेशों में भी लोगों के दिलों में अपनी जगह बनाई। उन्होंने ‘जीना यहां मरना यहां’, ‘दुनिया बनाने वाले क्या तेरे मन में समाई’, ‘दोस्त-दोस्त न रहा’, और ‘मेरा जूता है जापानी’ जैसे मशहूर गाने गाए। आज मुकेश की जयंती है। ऐसे में आइए जानते हैं मुकेश से जुड़े कुछ अनसुने किस्से।
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मुकेश (Mukesh) बचपन से ही गायक बनना चाहते थे। उन्होंने मैट्रिक तक ही पढ़ाई की। पढ़ाई के दिनों में वह स्कूल के कार्यक्रमों में गाया करते थे। मुकेश की बहन की शादी हो रही थी। लड़के वालों की जिद पर मुकेश ने समारोह में एल के सहगल के कुछ गाने गाए। इस शादी में फिल्मी दुनिया से भी कुछ लोग आए थे। उन्होंने मुकेश की आवाज सुनी।

इसके बाद उन लोगों ने मुकेश (Mukesh) के पिता से कहा कि वह मुकेश को फिल्मों में काम देना चाहते हैं। मुकेश के पिता ने हां कह दी। इसके बाद मुकेश ने पहली बार फिल्म ‘निर्दोष (1941)’ में गाना गाया और अभिनय किया। उस दौर में वह ऐसे गायक थे कि अपने दम पर फिल्में हिट कराने की ताकत रखते थे।

लता मंगेशकर मुकेश (Mukesh) को अपना भाई मानती थीं। वह रक्षाबंधन पर उन्हें राखी बांधती थीं। लता (Lata Mangeshkar) जब भी अपने संघर्ष के दिनों को याद करतीं तो वह मुकेश को भी याद करतीं। मुकेश ने ही लता मंगेशकर को अपना करियर बनाने में मदद की। मुंबई में मुकेश को एक गुजराती व्यापारी की लड़की सरला से प्रेम हो गया। सरला के पिता इस शादी के लिए तैयार नहीं थे। ऐसे में मुकेश ने सरला से भागकर शादी करने का फैसला किया।
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