जम्मू। जम्मू कश्मीर में आतंकी घटनाएं (terror attack) कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। घाटी से आए दिन आतंकी मुठभेड़ (encounter) की खबरें आती हैं। सेना और आतंकियों की गोलीबारी में जवानों की शहादत के किस्से रोज चर्चा में रहते हैं। बीते दिन जम्मू कश्मीर के डोडा (Doda) में आतंकियों से हुई मुठभेड़ में 5 जवान शहीद हो गए। इस पर पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) आगबबूला हो उठी हैं।
यह भी पढ़ें-डोडा आतंकी हमले पर खरगे ने उठाए सवाल, राजनाथ सिंह को आया गुस्सा
पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने मंगलवार को जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों (terror attack) में ‘पिछले 32 महीनों में 50 सैनिकों की मौत’ के लिए जवाबदेही की मांग की। उन्होंने कहा कि अब तक उनके सिर कट जाने चाहिए थे। उनकी यह टिप्पणी सोमवार को डोडा (Doda) जिले में भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ (encounter) में एक अधिकारी सहित चार सैन्यकर्मियों की मौत हो गई।
जम्मू कश्मीर में बढ़ते आतंकी हमलों (terror attack) पर बात करते हुए महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने कहा कि अफसोस इस बात का है कि कश्मीर में जो हो रहा है, कोई इसकी जिम्मेदारी नहीं ले रहा है। DGP को हटाया जाना चाहिए। पिछले 32 दिन में 50 जवान मारे गए, लेकिन DGP राजनीतिक तरीके से चीजों को संभालने में व्यस्त हैं। उनका काम है कि पीडीपी के लोगों को कैसे तोड़ा जाए? आम लोगों को कैसे धमकाया जाए? पत्रकारों को कैसे तंग किया जाए? पासपोर्ट को हथियार बना दिया गया है।
महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने कहा कि UAPA ज्यादा से ज्यादा लोगों पर लगाया जा रहा है। बिजनेसमैन रो रहे हैं, कभी ED की रेड और कभी आयकर विभाग की रेड। मौलवियों को भी नहीं बख्शा जा रहा। उन्हें धमकी दी जाती है कि हमारे कहने पर काम नहीं करोगे तो जेल में डाल दिया जाएगा। जम्मू कश्मीर के DGP को बदला जाए। हमारे यहां पहले भी बहुत सारे DGP आए हैं। उन्होंने बहुत अच्छा काम किया है, मगर किसी ने सांप्रदायिक स्तर पर काम नहीं किया।
Tag: #nextindiatimes #Doda #MehboobaMufti