इंफाल। मणिपुर (Manipur) में हिंसा एक बार फिर से तेज हो गई है। इंफाल में शनिवार को प्रदर्शनकारियों (protesters) ने दो मंत्रियों और तीन विधायकों के आवासों पर धावा बोला और जिरीबाम जिले में तीन लोगों की हत्या के लिए न्याय की मांग की। मणिपुर (Manipur) में शनिवार शाम फिर से अशांति देखी गई जब एक भीड़ ने मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह (Biren Singh) के आवास में तोड़फोड़ करने का प्रयास किया।
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अब नागरिक समाज समूहों ने सशस्त्र उग्रवादी समूहों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की मांग करते हुए राज्य सरकार (government) को 24 घंटे का अल्टीमेटम जारी किया है। जिरीबाम जिले में छह लापता शवों की खोज के बाद गुस्से में जमा हुई भीड़ को तितर-बितर करने के लिए सुरक्षा बलों ने आंसू गैस के गोले छोड़े। मृतकों में एक शिशु और दो महिलाएं शामिल थीं।
जिरीबाम (Manipur) में बराक नदी से आठ महीने के बच्चे सहित छह लोगों के शव बरामद किए गए। ये सभी लोग हिंसक झड़पों के बाद सोमवार से लापता थे, जहां सुरक्षा बलों के साथ गोलीबारी में 10 हथियारबंद कुकी लोग मारे गए थे। उधर विधायकों के घरों पर भीड़ के हमले के बाद इंफाल पश्चिम प्रशासन ने जिले में अनिश्चित काल के लिए कर्फ्यू लागू कर दिया है।

इंफाल पश्चिम के जिला मजिस्ट्रेट टी किरणकुमार द्वारा जारी आदेश के अनुसार, शनिवार शाम 4.30 बजे से कर्फ्यू लगा दिया गया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि भीड़ ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री सपम रंजन के लम्फेल सनाकेथेल इलाके में स्थित आवास पर धावा बोल दिया। इस बीच मणिपुर (Manipur) सरकार ने केंद्र से राज्य के छह पुलिस स्टेशनों के अधिकार क्षेत्र में आने वाले क्षेत्रों से एएफएसपीए (AFSPA) की समीक्षा करने और उसे हटाने का भी अनुरोध किया है।
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