डेस्क। धरती (Earth) से अंतरिक्ष (space) की दूरी कितनी है और वहां जाने में कितना समय लगता है, इसका अंदाजा तो हम सभी को है। हालांकि आप शायद उस जगह के बारे में नहीं जानते हों, जहां से धरती और अंतरिक्ष (space) की दूरी काफी कम हो जाती है। यहां से धरती की नजदीकी जगह पर पहुंचना ज्यादा मुश्किल है और अंतरिक्ष पर जाना आसान। हम जिस जगह के बारे में बात कर रहे हैं, वो है- प्वाइंट निमो (Point Nemo)।
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यहां से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (space) और उस पर रहने वाले अंतरिक्ष यात्री (astronauts) सिर्फ 250 मील की दूरी पर रह जाते हैं। इसके सबसे नज़दीक धरती की जो सूखी जगह है- वो ड्यूसी नाम का छोटा सा द्वीप है। यह पृथ्वी की रहस्यों से भरी वो जगह, जहां पानी के बीचो-बीच सैटेलाइट्स को दफन किया जाता है। इस जगह से जमीन से ज्यादा पास स्पेस स्टेशन है तो आइए जानते हैं प्वाइंट निमो (Point Nemo) के बारे में दिलचस्प बातें।
बता दें कि प्रशांत महासागर के मध्य में स्थित पृथ्वी की सबसे सुनसान जगह प्वाइंट निमो से भूमि की दूरी 1,670 मील (2,700 किलोमीटर) है, जिसे पार करने में कई दिन लगेंगे। प्वाइंट निमो को ‘दुर्गमता का ध्रुव’ भी कहा जाता है। निमो ईस्टर द्वीप के साउथ में और अंटार्कटिका के उत्तर में महासागर से घिरा हुआ है। यह 13,000 फीट (4,000 मीटर) से अधिक की गहराई तक डूबा हुआ है। प्वाइंट निमो (Point Nemo) को स्पेस के बेकार हो चुके सैटेलाइट्स का कब्रिस्तान भी कहा जाता है।

प्वाइंट निमो (Point Nemo) की खोज 1992 में क्रोएशियाई-कनाडाई सर्वेक्षण इंजीनियर ह्रवोजे लुकाटेला ने की थी। इसका पता लगाने के लिए उन्होंने एक भू-स्थानिक कंप्यूटर प्रोग्राम यूज किया था। इस जगह को लेकर वैज्ञानिक आमतौर पर काफी एक्साइटेड रहते हैं। प्वाइंट निमो से 1,250 मील से रहस्यमयी आवाजें भी सुनी गई थी। वहीं NOAA (नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन) ने इस पर काम किया और पता लगाया कि यह एक विशाल हिमखंड के टूटने की आवाज थी।
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