सिद्धार्थनगर। Siddharthnagar के पटनी जंगल से एक दिल दहला देने वाली कहानी सामने आई है, जिसने प्रवासी मजदूरों की ज़िंदगी की कड़वी सच्चाई उजागर कर दी है। सदर थाना क्षेत्र के रहने वाले अमरीश पाल, जो सऊदी अरब में मेहनत-मजदूरी कर अपने परिवार का भविष्य संवार रहे थे, आज खुद अपनों को ढूंढने के लिए दर-दर भटक रहे हैं।
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दरअसल अमरीश पाल ने 2011 में जया से शादी की थी। परिवार सामान्य रूप से चल रहा था, लेकिन आर्थिक परेशानियों और बच्चों की अच्छी शिक्षा की चाहत ने उन्हें 2019 में सऊदी अरब में काम करने के लिए मजबूर किया। विदेश में रहते हुए अमरीश ने घर का खर्च भेजा और परिवार की हर जरूरत पूरी की लेकिन साल 2025 में अचानक सब कुछ बदल गया। अमरीश पाल को सूचना मिली कि उनकी पत्नी दो मासूम बच्चों एक बेटा और एक बेटी को लेकर लापता हो गई है।

सूचना मिलते ही अमरीश पाल सऊदी अरब से भारत लौट आए लेकिन पत्नी और बच्चों का कोई सुराग नहीं मिला। पीड़ित ने सदर थाने में तहरीर देकर पत्नी और दोनों बच्चों की सकुशल बरामदगी की गुहार लगाई है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है और हर पहलू पर काम किया जा रहा है।
पीड़ित पति का कहना है कि, “मुझे सूचना मिली कि मेरी पत्नी किसी के साथ चली गई है, तभी मैं सऊदी से वापस आया। मैंने पुलिस को पूरी जानकारी दे दी है, बस मेरे बच्चों को सही सलामत ढूंढ दिया जाए।” यह मामला प्रवासी मजदूरों की उस पीड़ा को उजागर करता है, जहां विदेश में मेहनत और गांव में टूटा भरोसा ज़िंदगी को बिखेर देता है।
(रिपोर्ट- दीप यादव, सिद्धार्थनगर)
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