डेस्क। आज शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया दो पैसे की गिरावट के साथ 83.36 के सर्वकालिक निचले स्तर पर आ गया। आयातकों में डॉलर की मजबूत मांग और घरेलू शेयर बाजारों में नरमी से रुपये में गिरावट आई। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में घरेलू मुद्रा 83.33 के स्तर पर खुली।
दिन के कारोबार में यह 83.33 से 83.40 के दायरे में रही। बृहस्पतिवार को रुपया 83.34 के स्तर पर बंद हुआ था। कमजोर मानसून के कारण कम बुवाई होने से गन्ने के उत्पादन में गिरावट की आशंका है। सीएमआईई के आंकड़ों के मुताबिक, 2023-24 में गन्ना उत्पादन 9.3 फीसदी घटकर 44.5 करोड़ टन रहने का अनुमान है। एक साल पहले यह 11.6 फीसदी बढ़कर रिकॉर्ड 49 करोड़ टन रहा था। चीनी वर्ष अक्तूबर से सितंबर तक चलता है।
सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकनॉमी (सीएमआईई) के अनुसार, चालू मानसून में कम बारिश के कारण गन्ने की पैदावार पर असर पड़ने की आशंका है। साथ ही गन्ने के ज्यादा फसल को इथेनॉल उत्पादन के लिए भी उपयोग में लाया जा सकता है। इससे चीनी उत्पादन के लिए उपलब्ध मात्रा कम हो गई है। इस कारण चीनी उत्पादन और इसके निर्यात पर ज्यादा असर पड़ सकता है।
गन्ना उत्पादन वाले प्रमुख राज्यों उत्तर प्रदेश व कर्नाटक में कम बारिश से बुवाई घटी है। गन्ने के कुल उत्पादन की करीब 83 फीसदी खेती महाराष्ट्र, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश में होती है। सरकार ने पहले अग्रिम अनुमान में गन्ने की पैदावार 43.48 करोड़ टन रहने की बात कही है। उत्तर प्रदेश में उत्पादन 7.4 फीसदी घटकर 20.77 करोड़ टन रहने का अनुमान है।
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