नई दिल्ली। देश में लागू हुए नए हिट एंड रन कानून के खिलाफ ट्रांसपोर्टर (Transporters) और ट्रक ड्राइवर हड़ताल (protest) पर चले गए हैं। देश भर में ट्रांसपोर्ट यूनियनों नए भारतीय न्याय संहिता के अधिनियम के खिलाफ अपना विरोध जता रहे हैं। उन्होंने कानून (Act) को वापस लेने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग की है।
यह भी पढ़ें-नए कानून के विरोध में रोडवेज बसों-ट्रक चालकों ने की हड़ताल, यात्री परेशान
देश के अधिकतर हिस्सों में रोडवेज बसों (Roadways bus) का चक्का जाम है। सभी चालकों ने बस संचालन करने से इनकार कर दिया है। हजारों यात्री परेशान होकर इधर उधर भटक रहे हैं। किसी भी राज्य की रोडवेज बस भी नहीं आ रही और वहीं जो बसें कल बाहर गई थी, वो अब वापस लौट रही। अप्रत्याशित हड़ताल (protest) को लेकर किसी अधिकारी को जानकारी नहीं थी। उत्तराखंड में तो हड़ताल कर्मियों पर पुलिस ने लाठिया तक बरसा दी। रोडवेज (Roadways bus) के आला अधिकारी आइएसबीटी (ISBT) पर जमा हो गए। सरकार का खुफिया तंत्र भी माहौल भाप पाने में विफल रहा।
हड़ताल (protest) के क्रम में बाहर से आने वाले वाहनों को ऑटो व टैक्सी चालकों ने आइएसबीटी के पास मुस्कान चौक पर रोक दिया, जिससे वहां पर काफी भीड़ लग गई। मौके पर पहुंची पुलिस से प्रदर्शनकारियों की नोकझोंक हुई। इसके बाद भीड़ को तितर बितर करने के लिए पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर डंडे बरसाए।
दरअसल केंद्र सरकार ने हिट एंड रन केस में 10 साल की सजा और सात लाख रुपए के जुर्माने का प्रावधान किया है, जिसके विरोध में तमाम बस और ऑटो चालकों ने हड़ताल (protest) कर दी है। उनका कहना है कि इस तरह के कानून ड्राइवरों के हित में नहीं है। यात्रियों का कहना है कि हड़ताल (protest) होने के बाद पब्लिक बहुत परेशान है और जो ऑटो चालक ऑटो चला रहे हैं वो दुगने पैसों की मांग कर रहे हैं।
Tag: #nextindiatimes #protest #TRANSPORT #Police