जयपुर। राजस्थान (Rajasthan) के पेट्रोल पंप संचालक एक बार फिर हड़ताल (strike) पर चले गए हैं। रविवार सुबह 6 बजे से ही प्रदेश के सभी पेट्रोल पंप (Petrol pump) बंद कर दिए गए हैं। पंप (Petrol pump) संचालकों की ओर से लगातार दो दिन तक यानी कुल 48 घंटे तक पेट्रोल पंप बंद रखे जाएंगे।
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इस दौरान कोई भी पेट्रोल पंप (Petrol pump) संचालक ना तो डीजल पेट्रोल (petrol diesel) की खरीद करेंगे और ना ही बेचेंगे। पेट्रोल पंप बंद रहने से आमजन को परेशानी होना तय है। पेट्रोल पंप (Petrol pump) संचालक पिछले लंबे समय से कमीशन बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि पिछले 7 साल से उनका कमीशन नहीं बढ़ाया गया है जबकि 7 सालों में महंगाई काफी बढ़ गई। हर उत्पाद की कीमतें बढ़ी और कर्मचारियों का वेतन भी बढ़ा है लेकिन पेट्रोल डीजल (petrol diesel) पर मिलने वाला कमीशन नहीं बढ़ा।
राजस्थान में डीजल और पेट्रोल पर वसूला जाने वाला वैट भी देश में सर्वाधिक है। इस वजह से पेट्रोल पंप (Petrol pump) संचालकों को घाटा झेलना पड़ रहा है। पंप संचालक राज्य सरकार से मांग कर रहे हैं कि उनका कमीशन बढ़ाया जाए और वैट में कटौती की जाए। राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र सिंह भाटी का कहना है कि विधानसभा चुनाव से ठीक पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान में भी वेट (VAT) कम करने की गारंटी दी थी। प्रदेश में भाजपा की सरकार बने हुए तीन महीने हो गए लेकिन भजनलाल सरकार ने मोदी की गारंटी को पूरा नहीं किया है।
उन्होंने कहा, “कोविड के दौरान केंद्र सरकार ने पेट्रोल (petrol diesel) पर वैट बढ़ाया था, लेकिन अब तक इसमें सुधार नहीं किया गया है। जिसके कारण राज्य भर में पेट्रोल पंप (Petrol pump) संचालक परेशानी का सामना कर रहे है। पहले भाजपा के नेता पेट्रोल पंप संचालकों की मांगों का समर्थन करते हुए वेट (VAT) कम करने की मांग करते थे लेकिन सत्ता में आने के बाद भूल गए हैं।”
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