टेक्नोलॉजी डेस्क। कैसा होगा यदि आपके बैंक खाते (Bank accounts) में पैसे नहीं हो और फिर भी भुगतान हो जाए? जी हां, बिलकुल सही सुना आपने। UPI का एक फीचर (feature) इस काम को संभव बना सकता है। इसके तहत वे भी लोग यूपीआई पेमेंट (UPI payment) कर पाएंगे जिनके पास अकाउंट नहीं है।
यह भी पढ़ें-Gold Loan पर अब इतने रुपए से अधिक नहीं मिलेगा कैश, RBI का निर्देश
UPI Circle का उद्देश्य यूपीआई को और सुविधाजनक बनाना है। इसके तहत वे लोग भी यूपीआई पेमेंट कर पाएंगे, जिनके पास अकाउंट नहीं है। ये बच्चे और वृद्ध लोगों के लिए बेहतर विकल्प साबित हुआ, जो खासतौर पर गांव में रहते हैं। आपके अकाउंट में चाहे शून्य क्यों ना हो। बस शर्त है कि बच्चा या वृद्ध व्यक्ति रिश्तेदार या दोस्त द्वारा UPI Circle में शामिल किया गया हो।

फिलहाल पहले जानते हैं कि ये प्रोसेस काम कैसे करता है? यूपीआई सर्कल में दो अलग-अलग पार्टी शामिल होती हैं। पहली वो जिनका बैंक अकाउंट जोड़ा जा रहा है। इसी बैंक अकाउंट से पेमेंट की जाती है। इन्हें प्राइमरी यूजर (Primary User) कहा जाता है। दूसरा वो जो दूसरों के अकाउंट से पेमेंट करेंगा, इन्हें सेकेंडर यूजर (Secondary User) कहा जाता है।
ये है प्रोसेस:
पहले प्राइमरी यूजर, अपने रिश्तेदार या दोस्त को सर्कल में शामिल करने के लिए Invite भेजना होगा। इसके बाद सेकेंडरी यूजर को भेजे गए Invite को यूपीआई ऐप के जरिए स्वीकार करना होगा। प्राइमरी यूजर दो तरीके से पेमेंट का चयन कर सकता है। पहला वे पेमेंट के लिए एक तय सीमा के लिए निश्चित अमाउंट फिक्स कर सकता है। दूसरे विकल्प में सेकेंडरी यूजर द्वारा की गई हर पेमेंट की रिक्वेस्ट उसके पास आएगी।
अब दो तरह से आगे का प्रोसेस काम करेगा। पहले प्रोसेस में यूजर बिना रिक्वेस्ट भेजें एक लिमिट तक प्राइमरी यूजर के अकाउंट से भुगतान कर सकता है। दूसरा उसे हर एक पेमेंट के लिए पहले रिक्वेस्ट भेजनी होगी। फिर प्राइमरी यूजर द्वारा जब वे रिक्वेस्ट स्वीकार की जाएगी, तभी पेमेंट पूरी हो पाएगी। ट्रांसजेक्शन पूरी होने के बाद दो ही यूजर्स की हिस्ट्री में पेमेंट अमाउंट और इससे जुड़ी जानकारी दिखेगी।
Tag: #nextindiatimes #UPI #BankAccount #Technology