नई दिल्ली। बिहार राज्य निर्वाचन आयोग (Bihar State Election Commission) ने देश में पहली बार ई-वोटिंग (e-voting) का प्रयोग कर शनिवार को नगर निकाय चुनाव और उपचुनाव कराकर इतिहास रच दिया। इसमें चुनाव के लिए निबंधित 80.60 प्रतिशत मतदाताओं ने घर से और राज्य के बाहर से मोबाइल (mobile) के जरिए मतदान किया। जबकि उपचुनाव में 58.38 प्रतिशत मतदाताओं (voters) ने मोबाइल के जरिए मतदान किया।
यह भी पढ़ें-15 साल की उम्र में मुख्तार ने किया था पहला अपराध, जानें क्या था वो केस
इस सुविधा के आने से उन लोगों को सहूलियत होगी जो मतदान केंद्र पर जाने में सक्षम नहीं हैं लेकिन अब सवाल यह भी उठ रहा है कि क्या इस वोटिंग ऐप (voting app) में छेड़छाड़ संभव है। क्या इस वोटिंग ऐप का गलत इस्तेमाल भी हो सकता है। चुनाव आयुक्त ने जानकारी देते हुए कहा कि मोबाइल (mobile) से वोट देने की सुविधा उन लोगों के लिए भी उपलब्ध होगी जो मतदान केंद्र पर जाकर वोट नहीं डाल सकते।

अधिकारी ने बताया कि इस सुविधा का लाभ वरिष्ठ नागरिक, दिव्यांग व्यक्ति, गर्भवती महिलाएं और दूसरे राज्य में रहने वाले मतदाता भी उठा सकते हैं। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन वोट डालने के लिए मतदाताओं के पास अपने फोन में ऐप होना चाहिए तब ही वे मतदान कर पाएंगे। मतदान प्रक्रिया को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाए रखने के लिए, केवल दो पंजीकृत मतदाताओं को एक मोबाइल नंबर का उपयोग करके लॉग इन करने की अनुमति है। प्रत्येक वोट की जांच और सत्यापन मतदाता पहचान पत्र का उपयोग करके किया जाएगा।
इस सुविधा का लाभ लेने के लिए मतदाता को E-SECBHR ऐप को अपने मोबाइल में इंस्टॉल करना होगा। इसके बाद मतदाता सूची में एड अपने नंबर को इससे लिंक करना होगा। यह ऐप फिलहाल एंड्रॉयड मोबाइल (mobile) में ही काम करेगा। इस ऐप का निर्माण सेंटर फॉर डेवलपमेंट फॉर एडवांस कंप्यूटिंग ने बनाया है।
Tag: #nextindiatimes #evoting #mobile #BiharElection