सिद्धार्थनगर। गरीबों को रोजगार (employment) देने के लिए चलाई जा रही मनरेगा (MNREGA) योजना का सिद्धार्थनगर (Siddharthnagar) में अजब गजब हाल है। यहां एक ग्राम प्रधान की अलग ही कारस्तानी सामने आई है। मनरेगा (MNREGA) में मजदूरी सूची में ग्राम प्रधान के आधा दर्जन से ज्यादा लोग ही काम कर रहे हैं।
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दरअसल पूरा मामला है खुनियाव ब्लॉक के बगहवा गांव के अब्दु सलाम प्रधान के परिवार का। बगहवा के प्रधान के परिवार के ही आधा दर्जन से अधिक लोग मनरेगा (MNREGA) में मजदूरी कर रहे हैं और बाकायदा इसका जॉब कार्ड (job card) बना हुआ है। मनरेगा (MNREGA) में मजदूरी सूची सोशल मीडिया (social media) पर जमकर वायरल भी हो रही है।
शासनादेश (government order) के अनुसार किसी भी जनप्रतिनिधि के परिवार का कोई भी व्यक्ति निजी सरकारी लाभ नहीं ले सकता है लेकिन सिद्धार्थनगर (Siddharthnagar) जिले के इस गांव में इस शासनादेश (government order) का कोई मतलब ही नहीं दिखता क्योंकि ग्राम प्रधान बगहवा के परिवार के आधा दर्जन से ज्यादा लोग मनरेगा (MNREGA) में मजदूरी कर रहे हैं।

प्रधान का परिवार कागजों में गुमराह कर मनरेगा (MNREGA) मजदूरी का सरकारी लाभ ले रहा है। प्रधान के परिवार के बेटी, बहु, बेटा समेत कई लोगों के नाम का खुलासा सूची में हुआ है। केवल इतना ही नहीं दूसरे जनपद में रहने वाली प्रधान की शादीशुदा बड़ी बेटी भी मनरेगा (MNREGA) में मजदूरी कर रही है।
(रिपोर्ट- दीप यादव, सिद्धार्थनगर)
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