तेहरान। ईरान में एक कोयला खदान (coal mine) में हुए हादसे में कम से कम 30 लोगों की मौत हो गई है। ईरान (Iran) के सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी दी है। पूर्वी ईरान के तबास में स्थित एक कोयला खदान (coal mine) में यह दुर्घटना हुई, जिसके बाद राहत और बचाव का काम जारी है। कोयला खदान में विस्फोट की वजह मीथेन गैस (methane gas) का लीक होना बताया जा रहा है।
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मीथेन लीक (methane gas) के चलते हुए भीषण विस्फोट ने इतनी बड़ी संख्या में लोगों की जान ली है। ईरान (Iran) की सरकारी समाचार एजेंसी ने बताया है कि जिस खदान (coal mine) में हादसा हुआ, वह राजधानी तेहरान से करीब 335 किलोमीटर दूर तबास में स्थित है। हादसे के वक्त खदान (coal mine) में करीब 70 लोग काम कर रहे थे। अभी तक 30 लोगों की मौत की पुष्टि हो गई है। मरने वालों की संख्या और बढ़ने का अंदेशा जताया जा रहा है।

हालांकि माना जा रहा है कि 24 लोग अंदर फंसे हुए हैं जबकि 28 लोगों को जिंदा निकाल लिया गया है। जिंदा निकाले गए लोगों को पास के अस्पतालों (hospitals) में इलाज के लिए भेजा गया है। ईरान (Iran) के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियान ने हादसे (accident) पर दुख जताते हुए कहा कि उन्होंने फंसे हुए लोगों को बचाने और उनके परिवारों की सहायता के लिए सभी प्रयास करने का आदेश दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि घटना की जांच शुरू हो गई है।

ईरान (Iran) तेल के साथ ही विभिन्न प्रकार के खनिजों का भी घर है। ईरान अपनी खदानों से प्रति वर्ष 1.8 मिलियन टन कोयला निकालता है। हालांकि ईरान (Iran) की खदानों में होने वाले हादसे अक्सर मजदूरों की जान लेते रहे हैं। देश में 2017 में भी एक कोयला खदान (coal mine) विस्फोट में कम से कम 42 लोग मारे गए थे। खनन क्षेत्रों में कमजोर सुरक्षा मानकों और अपर्याप्त आपातकालीन सेवाओं को हादसों के लिए दोषी ठहराया जाता रहा है।
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