वॉशिंगटन। न्यू ईयर के दिन लासवेगस (Las Vegas) में ट्रंप इंटरनेशनल होटल के बाहर टेस्ला साइबरट्रक (Cybertruck) में हुए ब्लास्ट मामले में अहम जानकारी सामने आई है। इस धमाके की प्लानिंग के लिए पॉपुलर चैटबॉट चैटजीपीटी (ChatGPT) का इस्तेमाल किया गया था।अधिकारियों ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी।
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उन्होंने कहा कि संदिग्ध ने चैटजीपीटी (ChatGPT) से पूछा कि ब्लास्ट करने के लिए कितने एक्सप्लोजिव की जरूरत होती है और इसे कैसे इस्तेमाल करते हैं। इस मामले की जांच फिलहाल एफबीआई कर रही है। टेस्ला साइबरट्रक (Cybertruck) में हुए धमाके में संदिग्ध की मौत हो गई थी। उसकी पहचान 37 वर्षीय मैथ्यू लिवेल्सबर्गर के तौर पर हुई थी। वह सेना में काम कर चुका था।
एफबीआई ने कहा कि घटना को अंजाम देने में वह अकेले ही शामिल था और यह सुसाइड का केस लगता है। लासवेगस मेट्रोपॉलिटन पुलिस विभाग ने मंगलवार को कहा कि साइबरट्रक (Cybertruck) ब्लास्ट यूएस की धरती पर पहला मामला था, जब विस्फोटक सामग्री बनाने के लिए चैटजीपीटी (ChatGPT) का इस्तेमाल किया गया हो। एआई की आलोचना करने वाले लोगों ने पहले ही इसे खतरनाक बताया है।
एफबीआई ने कहा है कि साइबर ट्रक (Cybertruck) में ब्लास्ट की घटना का न्यू ऑर्लिन्स में हुए हमले से कोई संबंध नहीं है। उन्होंने कहा कि संदिग्ध की अमेरिका के नव निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रति कोई दुश्मनी नहीं थी। एफबीआई ने कहा कि यह संभवत: पोस्ट ट्रॉमैटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर का मामला है। वहीं पुलिस ने यह भी कहा है कि संदिग्ध के फोन से 6 पेज का मेनिफेस्टो भी बरामद हुआ है।
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