नई दिल्ली। भारत की विदेश नीति और कूटनीति में Prime Minister की भूमिका हमेशा अहम रही है। स्वतंत्रता के बाद से लेकर आज तक हर प्रधानमंत्री ने विदेश यात्राओं के जरिए भारत की छवि और संबंधों को मजबूत करने की कोशिश की है। पीएम मोदी की बात करें तो हाल ही में वे जापान के दौरे के बाद चीन पहुंचे। पीएम सात साल के बाद चीन के दौरे पर पहुंचे थे।
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भारत के पहले Prime Minister पंडित जवाहरलाल नेहरू 1947 से 1964 तक प्रधानमंत्री रहे और इस दौरान उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की पहचान बनाने में बड़ी भूमिका निभाई है। उन्होंने एशिया, यूरोप, अमेरिका और सोवियत संघ समेत सहित कई देशों का दौरा किया। हालांकि नेहरू की विदेशी यात्राओं की सटीक संख्या दर्ज नहीं है।
इंदिरा गांधी दो बार प्रधानमंत्री बनीं। पहली बार वे 1966-1977 तक इस पद पर रहीं और दोबारा से 1980-1984 तक प्रधानमंत्री बनीं। उन्होंने विदेश यात्राओं का इस्तेमाल भारत की ताकत दिखाने और वैश्विक मंच पर अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए किया था। रिपोर्ट्स की मानें तो इंदिरा गांधी ने अपने प्रधानमंत्री कार्यकाल में 52 अंतरराष्ट्रीय यात्राएं कीं और कुल 69 देशों का दौरा किया। इन दौरों में अमेरिका, सोवियत संघ, यूरोप, एशिया और अफ्रीका के देश शामिल थे।

नरेंद्र मोदी 2014 से अब तक Prime Minister पद पर आसीन हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री बनने के बाद से विदेश यात्राओं को अपनी विदेश नीति का अहम हिस्सा बनाया है। 2024 तक के आंकड़ों की मानें तो पीएम मोदी ने 92 अंतरराष्ट्रीय दौरे किए और 78 देशों का भ्रमण किया है। यह संख्या इंदिरा गांधी और अन्य प्रधानमंत्रियों से कहीं ज्यादा है। वे हर देश में भारतीय लोगों से जरूर मिलते हैं।
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