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Thursday, August 14, 2025

जानें क्या है AXIOM-4 Mission और कौन हैं शुभांशु शुक्ला, जिनकी हो रही इतनी चर्चा

नई दिल्ली। AXIOM-4 Mission के लंबे इंतजार और बार-बार टलने के बाद वो पल आ गया जिसका हर हिंदुस्तानी इंतजार कर रहा था। AXIOM Mission में भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला (Shubhanshu Shukla) शामिल हैं। इस मिशन के तहत इसका क्रू आज यानी 25 जून को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के लिए रवाना होने वाला है।

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ये मिशन नासा के केनेडी स्पेस सेंटर से सुबह 2:31 बजे (भारतीय समयानुसार दोपहर 12:01 बजे) उड़ान भरेगा। इस मिशन में स्पेसएक्स का फाल्कन 9 रॉकेट और नया ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट इस्तेमाल होगा। अगर सब कुछ ठीक रहा तो ये अंतरिक्ष यान (AXIOM-4) गुरुवार यानी 26 जून को सुबह 7:00 बजे (भारतीय समयानुसार शाम 4:30 बजे) ISS से डॉक करेगा।

AXIOM-4 एक पूरी तरह से निजी यानी कमर्शियल अंतरिक्ष मिशन है, जिसे फ्लोरिडा के केनेडी स्पेस सेंटर से स्पेसएक्स (SpaceX) के शक्तिशाली फाल्कन-9 रॉकेट के जरिए लॉन्च किया जा रहा है। इस मिशन का लक्ष्य 4 अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) तक ले जाना है। इस मिशन के पायलट के तौर पर भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला (Shubhanshu Shukla) को चुना गया है। शुभांशु शुक्ला उत्तर प्रदेश के लखनऊ के रहने वाले हैं। उन्होंने NDA से पढ़ाई की है और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस, बेंगलुरु से M.Tech किया है।

उनके साथ इस मिशन में हंगरी के तिबोर कापु और पोलैंड के स्लावोस उज्नांस्की-विस्नेव्स्की बतौर मिशन स्पेशलिस्ट शामिल हो रहे हैं। टीम की कमान नासा की सबसे अनुभवी एस्ट्रोनॉट्स में से एक, पैगी व्हिटसन संभाल रही हैं, जो खुद कई बार अंतरिक्ष की यात्रा कर चुकी हैं। शुभांशु का ये मिशन करीब 14 दिनों का होगा, जिसमें वे अंतरिक्ष में रहकर करीब 60 वैज्ञानिक प्रयोगों में हिस्सा लेंगे। इन प्रयोगों में माइक्रोग्रैविटी में इंसान के शरीर पर असर, स्पेस फूड टेस्टिंग, बायो रिसर्च और भविष्य के लिए जरूरी तकनीकों की जांच शामिल है।

Tag: #nextindiatimes #ISS #AXIOM-4 #ShubhanshuShukla

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