नई दिल्ली। केरल (Kerala) के बाद दिल्ली और महाराष्ट्र में कोरोना वायरस (Corona) के नए वेरिएंट का कहर देखने को मिल रहा है। भारत के कई राज्यों में कोविड-19 (Covid-19) तेजी से बढ़ रहा है और देश में एक्टिव मामले एक हजार के पार पहुंच गए हैं। कोरोना के सबसे ज्यादा एक्टिव मामले महाराष्ट्र (Maharashtra) में है। ऐसे में अब आपके मन में भी सवाल उठ रहा होगा कि कोरोना वैक्सीन आखिर कितने समय तक काम करती है जो दोबारा यह वायरस अटैक कर रहा है?
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कोविड-19 (Covid-19) के बढ़ते प्रकोप के बीच एक्सपर्ट्स का कहना है कि अभी कोरोना के बूस्टर वैक्सीन (Corona Vaccine Booster Dose) की जरूरत नहीं है। अब तक ज्यादातर वयस्कों को पहले ही (Corona) वैक्सीन की दो या दो से अधिक डोज दी जा चुकी है, ऐसे में अभी बूस्टर डोज (booster dose) की जरूरत नहीं है।
एक्सपर्ट्स के मुताबिक कोरोना वैक्सीन जीवन भर वायरस से इम्यूनिटी का दावा नहीं करती है। कुछ सालों में इसका असर कम होने लगता है। शरीर में बनी रोग-प्रतिरोधक क्षमता (immunity) को दोबारा मजबूत करने के लिए बूस्टर डोज लगवाना बहुत जरूरी है। जिससे आपका शरीर कोरोना (Corona) से लड़ने के लिए तैयार रहे और आपको बीमारी के खिलाफ बेहतर सुरक्षा मिल सके।

कोरोना (Corona) के बढ़ते मामलों को देखते हुए अलग-अलग राज्यों में लोगों को बचने की सलाह दी गई है और एडवाइजरी जारी की गई है। एडवाइजरी (advisory) के तहत भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाते समय अधिक सतर्क रहने और मास्क पहनने की सलाह दी। हालांकि मास्क पहनना अनिवार्य नहीं है। इसके अलावा यात्रा प्रतिबंध या आवाजाही प्रतिबंध नहीं है। महत्वपूर्ण बात यह है कि अब तक कोविड-19 के जो भी मामले सामने आए हैं, उनमें से किसी में भी गंभीर लक्षण नहीं दिखे हैं। केवल हल्के लक्षण ही पाए गए हैं, इसलिए घबराने की कोई जरूरत नहीं है।
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