डेस्क। आज दुनिया में ब्लू क्रिसमस मनाया जा रहा है। यह एक ऐसी प्रथा होती है जिसमें दुख से जूझ रहे लोग एक गंभीर प्रार्थना सभा मनाते हैं। वैसे Christmas दुनिया के ज्यादातर हिस्सों में खुशी, रोशनी और साथ रहने के त्यौहार के तौर पर मनाया जाता है। लेकिन कुछ ऐसे भी देश है जहां पर क्रिसमस को खुलेआम मनाने पर जुर्माना, गिरफ्तारी या फिर जेल भी हो सकती है।
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ब्रुनेई में क्रिसमस मनाने के खिलाफ सबसे ज्यादा सख्त कानून है। यहां क्रिसमस ट्री, सजावट या फिर त्यौहार के कपड़े जैसे सार्वजनिक प्रदर्शन पर प्रतिबंध है। अगर कोई नियम तोड़ता है तो उसे 5 साल तक की कैद या फिर भारी जुर्माना भुगतना पड़ सकता है। उत्तर कोरिया में क्रिसमस पूरी तरह से बैन है क्योंकि सभी धार्मिक कामों पर रोक है। ईसाई धर्म से जुड़े किसी भी तरह के उत्सव, प्रार्थना या सभा करने पर गिरफ्तारी जबरन मजदूरी या फिर जेल भी हो सकती है।

सोमालिया ने 2015 में सुरक्षा जोखिमों और धार्मिक वजहों का हवाला देते हुए क्रिसमस और नए साल के जश्न पर प्रतिबंध लगा दिया था। अधिकारियों का यह तर्क है कि यहां पर ऐसे उत्सव इस्लामी संस्कृति के खिलाफ है और हिरासत या जेल भी हो सकती है। कजाकिस्तान में क्रिसमस की सार्वजनिक परंपराओं जैसे कि पेड़ सजाना, आतिशबाजी, त्यौहार का खाना और यहां तक की फादर क्रिसमस पर भी प्रतिबंध है।
सऊदी अरब में सार्वजनिक क्रिसमस उत्सव अभी भी कानूनी तौर पर मंजूर नहीं किया गया। चुपचाप निजी तौर पर मनाने की इजाजत है लेकिन सार्वजनिक प्रदर्शन पर अभी भी प्रतिबंध है। लीबिया और भूटान में भी क्रिसमस की कोई आधिकारिक छुट्टी नहीं है और सार्वजनिक उत्सव पर कड़ी पाबंदी है।
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