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Monday, May 5, 2025

ज्यादा समय नहीं है तो एक दिन में ही घूम डालें वृंदावन के ये प्राचीन मंदिर

मथुरा। अगर आप श्रीकृष्ण (Shri Krishna) की नगरी मथुरा घूमने के लिए जाना चाहते हैं तो यहां आपको कई सारे दार्शनिक स्थल मिल जाएंगे। श्रीकृष्ण का जन्म भले ही उनके मामा कंस के महल में बनी जेल में हुआ था लेकिन उनका बचपन गोकुल वृंदावन (Vrindavan) की गलियों में बीता। इसलिए मथुरा भ्रमण के दौरान श्रीकृष्ण के जुड़ी सभी खास जगहों के दर्शन करने को यहां मिलेंगे। वैसे तो गोकुल मथुरा की गली गली में खूबसूरत मंदिर (temple) बसे हैं लेकिन अगर आपके पास घूमने के लिए समय कम है तो भी आप एक दिन में ही वृंदावन के कई प्राचीन मंदिर घूम सकते हैं।

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राधा दामोदर मंदिर:

अगर आप वृंदावन (Vrindavan) दर्शन के लिए जा रहे हैं तो साल 1542 में स्थापित राधा दामोदर मंदिर जरूर जाएं। इस मंदिर में कृष्ण को उनकी पत्नी राधा के साथ दामोदर के रूप में पूजा जाता है। यह वृंदावन के मुख्य सात गोस्वामी मंदिरों में से एक है। बता दें कि यह मंदिर गौड़ीय वैष्णव परंपरा से संबंधित है और इसकी स्थापना जीव गोस्वामी ने की थी। इस मंदिर (temple) के परिसर में रूप गोस्वामी, जीव गोस्वामी और कृष्णदास कविराज सहित कई गौड़ीय संतों की समाधियां भी हैं।

राधारमण जी का मंदिर:

श्री राधा मदन मोहन मंदिर वृंदावन (Vrindavan) के सबसे पुराने और अत्यधिक पूजनीय मंदिरों में से एक है। इस मंदिर के पीठासीन देवता मदन मोहन हैं, जो भगवान कृष्ण का एक रूप हैं, जो मंदिर की केंद्रीय वेदी में अपनी पत्नी देवी राधा और ललिता गोपी के साथ दोनों ओर मौजूद हैं। मंदिर वृंदावन के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है, जिसमें मौजूदा मुगल वास्तुकला के साथ-साथ भारतीय मंदिर वास्तुकला की कलिंग नागर शैली का भी वास्तुशिल्प प्रभाव है।

रंगनाथ जी मंदिर:

वृंदावन (Vrindavan) में स्थित श्री रंगनाथ जी का मंदिर भगवान विष्णु के रंगनाथ स्वरूप को समर्पित है, जो दक्षिण भारत के श्रीरंगम के रंगनाथस्वामी मंदिर का रूप है। मंदिर का निर्माण साल 1851 हुआ था, जो द्रविड़, राजपूत और मुगल वास्तुकला शैलियों का एक मिश्रण है। बता दें कि वैकुंठ एकादशी के दिन यहां पर वैकुंठ द्वार खोले जाते हैं, जो कि साल में केवल एक बार ही खुलता है। यह मंदिर चुंगी चौराहे के पास स्थित है।

लाल बाबू का मंदिर:

वृंदावन में स्थित लाल बाबू मंदिर के दर्शन जरूर करें। लाल बाबू मंदिर वृंदावन में स्थित एक प्रसिद्ध मंदिर है, जो बंगाल के जमींदार कृष्ण चंद्र द्वारा स्थापित किया गया था। इस मंदिर की स्थापना 1810 में ब्रिटिश शासनकाल के दौरान हुआ था।

Tag: #nextindiatimes #Vrindavan #temple

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