31.7 C
Lucknow
Thursday, May 29, 2025

ट्रेन में स्लीपर और जनरल डिब्बों की कैसे करें पहचान, बेहद आसान है तरीका

डेस्क। हर किसी ने अपने जीवन में कम से कम एक बार भारतीय रेलवे (Indian Railways) से यात्रा जरूर की होगी। चाहे लंबी दूरी हो या पास की यात्रा, कई लोग हैं जो हर दिन ट्रेन से ही यात्रा करते हैं। क्योंकि यह एक सस्ता साधन भी है। भारत (India) में ट्रेन (train) से प्रतिदिन लाखों यात्री यात्रा करते हैं। लेकिन अक्सर टिकट नहीं मिलने पर उन्हें जनरल टिकट लेकर ट्रेन (train) से यात्रा पूरी करनी पड़ती है।

यह भी पढ़ें-बेवजह ट्रेन की चेन खींचने पर मिलती है ये सजा, जान लें नियम

यह टिकट आपको प्लेटफार्म से मिलती है, जिसका किराया स्लीपर कोच (sleeper coach) से कम होता है। अगर स्लीपर डिब्बे से 2 घंटे की दूरी के लिए टिकट का मूल्य 150 रुपये हैं, तो आपको जनरल टिकट के बस 50 रुपये ही देने होंगे। लेकिन इस डिब्बे में आपको कंफर्म सीट नहीं मिलती। आप जहां चाहे, वहां बैठ सकते हैं।

साथ ही एक बात का ध्यान रखें कि इस डिब्बे में अन्य कोच के मुकाबले ज्यादा भीड़ होती है। लेकिन कई लोग हैं, जिन्हें जनरल डिब्बे के बारे में नहीं पता होता। वह स्लीपर और जनरल डिब्बे को एक समान ही समझते हैं। इसलिए वह ट्रेन (train) आने पर स्लीपर में चढ़ जाते हैं। लेकिन ऐसा करने से उन्हें फाइन भी देना पड़ सकता है। ट्रेन के सबसे आगे या सबसे पीछे की तरफ जनरल डिब्बा लगा होता है।

स्लीपर कोच की पहचान करने के लिए आप ट्रेन (train) में ध्यान दें कि डिब्बे के ऊपर Second Class यानी 2S लिखा होगा। इस डिब्बे की पहचान इस तरह भी है कि इसमें ऊपर और बीच की सीट नहीं होती। इसलिए सभी यात्री केवल बैठ कर ही ट्रैवल कर सकते हैं। जनरल डिब्बे में आप सीट के रिजर्वेशन के बिना यात्रा कर सकते हैं, जबकि स्लीपर में ऐसा नहीं है।

Tag: #nextindiatimes #train #IndianRailways

RELATED ARTICLE

close button