स्पोर्ट्स डेस्क। भारत में क्रिकेट (cricket) सिर्फ एक खेल नहीं बल्कि जुनून है। यही वजह है कि देश के अलग-अलग हिस्सों में नए क्रिकेट स्टेडियम बनाए जा रहे हैं लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि एक आधुनिक क्रिकेट स्टेडियम बनाने में आखिर कितना खर्च आता है? चलिए आपको बताते हैं।
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किसी स्टेडियम का सबसे महंगा हिस्सा उसकी जमीन होती है। अगर स्टेडियम किसी बड़े शहर या मेट्रो एरिया में बनाया जा रहा है, तो प्रति एकड़ जमीन की कीमत 4 करोड़ से 50 करोड़ तक हो सकती है। वहीं छोटे शहरों या टियर-2 क्षेत्रों में ये कीमत थोड़ी कम होती है, जिससे कुल लागत में अंतर आता है। जमीन खरीदने के बाद अगला बड़ा हिस्सा आता है निर्माण का।

इसमें दर्शकों के लिए सीटिंग अरेंजमेंट, छत की स्ट्रक्चरिंग, पिच का निर्माण, ड्रेनेज सिस्टम, फ्लडलाइट्स, डिजिटल स्क्रीन, साउंड सिस्टम और ब्रॉडकास्टिंग की सुविधाएं शामिल होती हैं। इसके अलावा, डिजाइनिंग, आर्किटेक्चरल अप्रूवल और सुरक्षा मानकों पर भी करोड़ों रुपये खर्च होते हैं। आज के स्टेडियम सिर्फ मैच देखने की जगह नहीं रहे, बल्कि ये कॉर्पोरेट और एंटरटेनमेंट स्पेस भी बन चुके हैं। इसलिए इनमें वीआईपी लाउंज, कॉर्पोरेट बॉक्स, रेस्टोरेंट, मीडिया सेंटर और ड्रेसिंग रूम जैसी हाई-क्लास सुविधाएं जोड़ी जाती हैं।
एक छोटा क्रिकेट मैदान, जहां केवल लोकल मैच खेले जाएं, वहां एक साधारण टर्फ तैयार करने में 1 लाख से 1.5 लाख तक सालाना रखरखाव का खर्च आता है। वहीं, अगर बात एक बड़े इंटरनेशनल स्टेडियम की करें, तो इसकी लागत 400 करोड़ से 1,000 करोड़ तक हो सकती है। हाल ही में बेंगलुरु में एक नए क्रिकेट स्टेडियम के लिए 1650 करोड़ का बजट तय किया गया है, जो देश के सबसे महंगे स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर में गिना जाएगा।
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