नई दिल्ली। 10वीं या 12वीं पास करने के तुरंत बाद युवा इंडियन आर्मी (Indian Army) में शामिल होकर देश सेवा में तत्पर होना चाहता है। अब ऐसे में यह नौकरी नहीं बल्कि यह उसे जवान (soldier) की पहचान बन जाती है। खासतौर से जब महिलाएं (women) आर्मी की वर्दी पहनकर कदम रखती है, तो एक अलग रौब नजर आता है। अगर आप भी भारतीय सेना (Indian Army) में जाने का सपना देख रही हैं। अगर आपको यह समझ नहीं आ रहा है कि इसमें शामिल होने के लिए क्या करें तो यह लेख आपके लिए ही है।
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इंडियन आर्मी (Indian Army) में महिलाओं के लिए वर्तमान में कई एंट्री ऑप्शन मौजूद हैं, जिसके जरिए वे अधिकारी के रूप में सेना में शामिल हो सकती हैं। सबसे प्रमुख तरीका है शॉर्ट सर्विस कमीशन, जिसके तहत महिलाएं थल सेना, वायु सेना और नौसेना में 10 से 14 साल की सेवा के लिए भर्ती होती हैं। वहीं कुछ विभागों में अब परमानेंट कमीशन की सुविधा भी दी जा रही है।
नेशनल डिफेंस एकेडमी के जरिए भी महिलाएं ऑफिसर ट्रेनिंग के लिए चयनित हो सकती हैं। इसके लिए UPSC द्वारा NDA परीक्षा आयोजित की जाती है। इसके अलावा कंबाइंड डिफेंस सर्विस परीक्षा, मिलिट्री नर्सिंग सर्विस, NCC स्पेशल एंट्री और जज एडवोकेट जनरल जैसे पदों पर नौकरी पा सकती हैं।

इंडियन आर्मी (Indian Army) में महिलाओं की भर्ती प्रक्रिया में लिखित परीक्षा, मेडिकल टेस्ट और SSB इंटरव्यू शामिल होते हैं। योग्य उम्मीदवारों को सेना की ट्रेनिंग अकादमियों में प्रशिक्षण दिया जाता है। हालांकि कुछ फिजिकल मानकों में पुरुषों और महिलाओं के लिए अंतर होता है। जैसे दौड़ की दूरी, पुश-अप्स और वजन उठाने के मापदंड पुरुषों की तुलना में अलग है। इसके अलावा कुछ युद्ध संबंधी विभाग में अभी भी महिलाओं की भागीदारी सीमित है लेकिन मानसिक और लीडरशिप ट्रेनिंग समान होती है।
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