डेस्क। जब हम सोने के बारे में सोचते हैं तो हमारे दिमाग में एक पीली धातु आती है। लेकिन असल में Gold कई रंगों में मौजूद होता है। गुलाबी, सफेद, काला, हरा, नीला और यहां तक कि बैंगनी भी। यह रंग शुद्ध होने के प्राकृतिक शेड्स नहीं है बल्कि इन्हें सोने को दूसरी धातुओं के साथ मिलाकर या उसकी सतह को ट्रीट करके बनाया जाता है।
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पीला सोना दिखने में प्राकृतिक सोने के सबसे करीब होता है। इसे शुद्ध सोने को चांदी और तांबे के साथ मिलाकर बनाया जाता है ताकि पीला रंग हावी रहे। गुलाबी सोना जिसे रोज गोल्ड भी कहा जाता है, तांबे को मिलाकर बनाया जाता है। तांबा इस सोने को पीले या फिर सफेद सोने से ज्यादा मजबूत और टिकाऊ बनता है।

सफेद सोना सोने को निकल, पैलेडियम या प्लैटिनम जैसी सफेद धातुओं के साथ मिलाकर बनाया जाता है। इसकी चमक बढ़ाने के लिए आमतौर पर इस पर रेडियम की कोटिंग की जाती है। काला सोना प्राकृतिक रूप से काला नहीं होता। इसका गहरा रंग इलेक्ट्रोप्लेटिंग, ऑक्सीडेशन या फिर केमिकल पैटिनेशन जैसे सतह के ट्रीटमेंट से मिलता है। काले सोने का इस्तेमाल अक्सर डिजाइनर ज्वेलरी और लग्जरी घड़ी में किया जाता है।

हरा सोना सोने को चांदी और कभी-कभी जिंक के साथ मिलाकर बनाया जाता है। इससे इसे हल्का हरा या फिर हरा-पीला रंग मिलता है। हरे सोने का इस्तेमाल पुराने जमाने के गहनों में किया जाता था। नीला सोना सोने को लोहे या गैलियम जैसी धातु के साथ मिलाकर बनाया जाता है। इससे नीला रंग तो आता है लेकिन धातु काफी नाजुक हो जाती है। इसके अलावा एक बैंगनी सोना भी होता है। इसे एल्युमिनियम के साथ मिलाकर बनाया जाता है।
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