सिद्धार्थनगर। 29 दिसंबर 1988 को भगवान गौतम बुद्ध (Gautam Buddha) के नाम पर सृजित जनपद सिद्धार्थनगर (Siddharthnagar) का 36वां स्थापना दिवस मनाया गया। पारंपरिक रूप से मनाए जाने वाले जनपद स्थापना दिवस (Foundation Day) के मौके पर जिले के आला अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा साड़ी और तेतरी सहित बर्डपुर तिरहे पर स्थापित बुद्ध प्रतिमा (Buddha statue) पर माल्यार्पण कर पूजन किया गया।
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अलीगढ़वा के कपिलवस्तु में स्थित स्तूप पूजन के साथ स्थापना के उपलक्ष में विगत वर्षों की भांति कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें काफी संख्या में जनपद वासियों सहित बौद्ध भिक्षुक भी सम्मिलित हुए। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि सांसद जगदम्बिका पाल ने सभी को जनपद स्थापना की बधाई देते हुए कहा कि पूरी दुनिया को सत्य अहिंसा और शांति का पाठ पढ़ाने वाले भगवान गौतम बुद्ध का बचपन यहीं बीता और उन्ही के बचपन के नाम पर जिले (Siddharthnagar) का नामकरण हुआ। यह स्तूप हमारे जिले का गौरव है। हमारी सरकार इस धरोहर (heritage) के विकास के लिए काफी योजानाए लाई है जिसका परिणाम आने वाले दिनों में दिखेगा।

आगे उन्होंने कहा कि Siddharthnagar जनपद का सृजन 29 दिसंबर 1988 को बस्ती (Basti) से कटकर हुआ था। भारत सरकार की ओर से 24 करोड़ की लागत से विपश्यना केंद्र की स्थापना कराया जा रहा है। बौद्ध धर्म (Buddhism) के लिए चारों धाम यही हैं। 10 करोड़ की लागत से थीम पार्क का निर्माण हो रहा है। बोधगया, सारनाथ, कुशीनगर और श्रावस्ती की तरह इसका भी विकास होगा।
इस दौरान सांसद ने भन्तेगणों को नमन करते हुए उनमें कंबल वितरण किया। आपको बता दें सिद्धार्थनगर (Siddharthnagar) जनपद की स्थापना 29 दिसंबर 1988 को तत्कालीन मुख्यमंत्री स्वर्गीय नारायण दत्त तिवारी के हाथों हुई थी। तभी से हर साल इस दिन को जनपद स्थापना दिवस के रूप में मनाया जाता है।
(रिपोर्ट- दीप यादव, सिद्धार्थनगर)
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