नई दिल्ली। दुनिया की सबसे खतरनाक मानी जाने वाली इजरायल की खुफिया एजेंसी (intelligence agency) मोसाद (Mossad) की एक और नाकामी सामने आई है। अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन डीसी में एक यहूदी संग्रहालय के पास हुई गोलीबारी में इजरायली दूतवास (Israeli embassy) के दो कर्मचारियों की हत्या कर दी गई। इजरायल ने इसे आतंकी हमला करार दिया है। हालांकि अब आप सोंच रहे होंगे कि टॉप सीक्रेट एजेंसीज में सबसे ज्यादा ताकतवर कौन है?
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FBI, RAW या फिर मोसाद (Mossad) इन तीनों ही एजेंसियों के काम अपने-अपने देश की रक्षा करना और देश के विरोधियों की पहचान करना। देश के खिलाफ पनप रहे किसी तरह की खतरे को खत्म करना होता है। तीनों ही एजेंसी अपने-अपने चीफ के इंस्ट्रक्शंस के आधार पर काम करती हैं लेकिन इन तीनों एजेंसियो में किस एजेंसी का चीफ सबसे ज्यादा ताकतवर होता है। यह सीधे तौर पर नहीं कहा जा सकता।

FBI का चीफ अमेरिका के अंदर ज्यादा ताकतवर होता है लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उसकी शक्तियां सीमित होती है। वहीं RAW और मोसाद दुनिया भर में ऑपरेशन को अंजाम दे सकता है। RAW का चीफ सीधे प्रधानमंत्री के अधीन होता है तो वही मोसाद (Mossad) का चीफ इजरायल के प्राइम मिनिस्टर के अधीन। कार्य क्षेत्र के आधार पर देखें तो RAW और मोसाद चीफ FBI चीफ से ज्यादा ताकतवर होता है। लेकिन क्योंकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दुनिया का सबसे पावरफुल देश है इसीलिए FBI का चीफ भी इसी आधार पर अपने आप ताकतवर हो जाता है।
बता दें अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) की सत्ता वापसी हुई है। उन्होंने भारतीय मूल के काश पटेल को एफबीआई का चीफ बनाया है। भारत की रिसर्च एनालिसिस विंग यानी RAW के चीफ रवि सिन्हा हैं तो वहीं इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद (Mossad) के चीफ डेविड बार्निया हैं।
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