डेस्क। Diwali 2025 पर महालक्ष्मी पूजन से 7 दिन पहले खरीदी का महा मुहूर्त पुष्य नक्षत्र 14 एवं 15 अक्टूबर को 24 घंटे 6 मिनट का है। खरीदी के इस महा मुहूर्त पर सिद्ध और साध्य योग रहेगा। इस दौरान सोना-चांदी, भूमि-भवन, वाहन के साथ ही अन्य चल-अचल संपत्ति कल्याणकारी रहेगी। इस अवसर पर शहर के नए-पुराने बाजारों में खरीदार उमड़ेंगे।
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इस योग में खरीदारी और नई शुरुआत करना शुभ माना जाता है। हर साल दीपावली से करीब 7 दिन पहले पुष्य नक्षत्र आता है। इसी दिन से दीपावली की खरीदारी भी शुरू हो जाती है और कोई नया काम या बिजनेस भी शुरू किया जा सकता है। पंचांग के अनुसार 14 अक्टूबर को दोपहर 11:54 से 15 अक्टूबर को दोपहर 11:59 बजे तक पुष्य नक्षत्र का योग रहेगा। इतने शुभ योग के प्रभाव से लंबे समय तक धन लाभ, सुख और समृद्धि मिलेगी।

इसमें सोना-चांदी, बर्तन, कपड़े, फर्नीचर, मशीनरी, इलेक्ट्रॉनिक सामान, व्हीकल और प्रॉपर्टी की खरीदारी कर सकते हैं। रियल एस्टेट में किया निवेश भी लंबे समय तक फायदा देने वाला रहेगा। बिजनेस के बड़े सौदों के लिए भी यह दिन फायदेमंद रहेगा। पुष्य नक्षत्रों को नक्षत्रों का राजा बताया गया है।
इस नक्षत्र में सोना और चांदी की खरीदी को सबसे शुभ माना जाता है, जो सुख-समृद्धि की देवी महालक्ष्मी के आगमन का प्रतीक माना गया है। साथ ही जमीन, मकान और वाहन की खरीदारी भी लाभकारी माना गया है। माना जाता है इस नक्षत्र में सोना खरीदने से घर में सुख-समृद्धि आती है। पुष्य को सबसे अच्छा नक्षत्र माना जाता है। इसे शास्त्रों में अमरेज्य भी कहा गया है। यानी वो नक्षत्र जो जीवन में स्थिरता और अमरता लाता है।
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