25.4 C
Lucknow
Monday, August 25, 2025

दिलीप कुमार की सास थीं सिनेमा की पहली सुपरस्टार, 30 दशक तक किया राज

एंटरटेनमेंट डेस्क। 30 दशक का दौर था, हिंदी सिनेमा में एक से बढ़कर एक अदाकाराएं अपनी पहचान बनाने के लिए की रेस में थीं। देविका रानी और सबिता देवी जैसी हीरोइनें इंडस्ट्री में अपने पैर जमा रही थीं, तभी एक अदाकारा Naseem Banu ने एंट्री मारी और अपनी खूबसूरती से हर किसी का दिल जीत लिया।

यह भी पढ़ें-देविका रानी ने यूसुफ खान को क्यों बनाया ‘दिलीप कुमार’, वजह है दिलचस्प

जब भी बी-टाउन की सबसे सुंदर अभिनेत्रियों का नाम लिया जाता है तो पुराने दौर की मीना कुमार या मधुबाला का जिक्र होता है। मगर 30 दशक के दौर में एक अभिनेत्री आई थीं जो इतनी खूबसूरत थीं कि लोग उन्हें ब्यूटी क्वीन या परी कहकर बुलाते थे। यह अदाकारा कोई और नहीं बल्कि सायरा बानो (Saira Banu) की मां और दिलीप कुमार (Dilip Kumar) की सास नसीम बानो थीं।

नसीम बानो (Naseem Banu) का असली नाम रोशन आरा बेगम था। वह पुरानी दिल्ली में जन्मीं थीं। विकिपीडिया के मुताबिक, उनकी मं शमशद बेगम जानी-मानी सिंगर और तवायफ थीं। 1916 में जन्मीं नसीम बचपन से ही एक्ट्रेस बनने का ख्वाब देखती थीं। उन्होंने अपने सपनों की उड़ान साल 1935 में फिल्म खून का खून (हैमलेट) से भरी। यह उनकी पहली फिल्म थी।

नसीम बानो ने खान बहादुर, तलाक, मीठा जहर जैसी तमाम फिल्में कीं, लेकिन उन्हें असली पहचान नूर जहां के रूप में फिल्म पुकार से मिली। इस फिल्म ने उनका स्टारडम इतना बढ़ा दिया कि वह उस वक्त की हाइएस्ट पेड एक्ट्रेसेस में शुमार हो गईं। उन्होंने मैं हारी, जीवन सपना, दूर चलें, अनोखी अदा और शीश महल जैसी तमाम फिल्मों में काम किया। उनकी आखिरी फिल्म 1966 में Chaddian Di Doli थी। नसीम सिनेमा की पहली सुपरस्टार थीं। कहा जाता है कि नसीम बानो की मां चाहती थीं कि वह पढ-लिखकर डॉक्टर बनें। 

Tag: #nextindiatimes #NaseemBanu #dilipkumar

RELATED ARTICLE

close button