चंडीगढ़। समाजवादी पार्टी ने I.N.D.I.A. गठबंधन का हवाला देकर हरियाणा (Haryana) में कांग्रेस (Congress) से पांच सीटों की मांग की है। यादव और मुस्लिम बहुल सीटों पर दावा किए जाने के बाद प्रदेश की राजनीति गरमा गई है। नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा (Bhupendra Singh Hooda) ने फिलहाल सीट शेयरिंग से इनकार कर दिया है।
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सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने हरियाणा की इन सीटों पर दावेदारी जताते हुए कांग्रेस (Congress) के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल से शनिवार को बातचीत की। समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) का मानना है कि हरियाणा (Haryana) में 11 सीटें यादव और सात सीटें मुस्लिम बहुल हैं। सपा ने इनमें से पांच सीटें चिह्नित की हैं, जिन पर वह चुनाव लड़ना चाहती है।
अखिलेश यादव ने हरियाणा (Haryana) की इन सीटों पर दावेदारी इस संदर्भ में की है, क्योंकि यूपी में विधानसभा की दस सीटों पर होने वाले उपचुनाव में कांग्रेस ने कुछ सीटें मांगी हैं। कांग्रेस (Congress) के केंद्रीय नेतृत्व ने अभी अखिलेश यादव की मांग पर कोई निर्णय नहीं लिया है। भूपेंद्र हुड्डा (Bhupendra Singh Hooda) ने कहा कि आम आदमी पार्टी और समाजवादी पार्टी दोनों केंद्रीय स्तर पर कांग्रेस के साथ I.N.D.I.A. गठबंधन का हिस्सा है। हरियाणा (Haryana) में राज्य स्तर पर ऐसा कोई गठबंधन नहीं है। ऐसे में कांग्रेस (Congress) राज्य में न तो आम आदमी पार्टी से कोई गठबंधन करेगी और न ही समाजवादी पार्टी को कोई सीट देने की चर्चा है।
दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने कांग्रेस (Congress) नेतृत्व को बता दिया है कि अगर हरियाणा (Haryana) में सपा कमजोर है तो उत्तर प्रदेश में कांग्रेस भी किसी तरीके से मजबूत नहीं है। उपचुनाव वाली जिन सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ने का दावा कर रही है, वर्ष 2022 के चुनाव में वहां कांग्रेस की हालत बेहद खराब रही थी। कांग्रेस (Congress) ने उत्तर प्रदेश के उपचुनाव में तीन से पांच सीटें मांगी हैं, तो समाजवादी पार्टी ने हरियाणा (Haryana) और महाराष्ट्र में दावा ठोंका है।
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