मुंबई। बॉलीवुड एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी (Mamta Kulkarni) को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है। उन्हें किन्नर अखाड़े (Kinnar Akhara) के महामंडलेश्वर के पद से हटा दिया गया है। उनके साथ लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी को आचार्य महामंडलेश्वर (Mahamandaleshwar) के पद से हटा दिया गया है। दोनों को अखाड़े से भी निष्कासित कर दिया गया है। ये कार्रवाई किन्नर अखाड़े के संस्थापक अजय दास ने की है।
यह भी पढ़ें-CM योगी का सख्त आदेश, अमृत और प्रमुख स्नानों पर VIP मूवमेंट होगा बैन
अजय दास ने शुक्रवार को ऐलान किया कि अब नए सिरे से किन्नर अखाड़े का पुनर्गठन होगा। साथ ही जल्द ही नए आचार्य महामंडलेश्वर (Mahamandaleshwar) का ऐलान होगा। बता दें कि ममता (Mamta Kulkarni) को किन्नर अखाड़े का महामंडलेश्वर बनाए जाने के बाद से ही विवाद जारी था। सवाल किए जा रहे थे कि एक स्त्री को इस अखाड़े का महामंडलेश्वर कैसे बनाया जा सकता है!
बता दें कि कुछ दिनों पहले ममता कुलकर्णी (Mamta Kulkarni) ने उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में जारी महाकुंभ 2025 में अपना पिंडदान किया था और संन्यास अपना लिया था। इसके बाद भव्य पट्टाभिषेक कार्यक्रम में उन्हें किन्नर अखाड़े का महामंडलेश्वर बनाया गया था। उनका नया नाम श्री यामाई ममता नंद गिरी रखा गया था। वो 7 दिनों तक महाकुंभ (MahaKumbh) में रहीं, लेकिन तब से ही इसको लेकर विवाद जारी था कि एक स्त्री को किन्नर अखाड़े का महामंडलेश्वर क्यों बनाया गया है!
इसको लेकर ममता कुलकर्णी (Mamta Kulkarni) ने कहा था कि लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने उनकी 23 साल की तपस्या को समझा था। उनकी परीक्षा ली गई, जिसमें वो उत्तीर्ण हो गई थीं। उन्हें महामंडलेश्वर बनने का न्यौता मिला था। उन्होंने ये भी कहा था कि वो बॉलीवुड में वापस नहीं जाएंगी। अब वो सनातन धर्म का प्रचार करेंगी।
Tag: #nextindiatimes #MamtaKulkarni #MahaKumbh