नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री ने कल लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर खुलकर चर्चा की। अमित शाह का कहना था कि मोदी सरकार में जितनी भी आतंकी घटनाएं हुईं वे कश्मीर सेंट्रिक और पाक प्रेरित थीं। इस दौरान अमित शाह ने यह भी बताया कि कांग्रेस की सरकार में कितने आतंकी (terrorists) देश छोड़कर भाग गए और वे हाथ पर हाथ रखकर बैठे रहे।
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चलिए जानते है कि भारत से कब-कब कौन से terrorists भाग गए और वो अब कहां छिपे हुए हैं? दाऊद इब्राहिम ने 1993 में मुंबई बम ब्लास्ट, 26/11 जैसे आतंकी हमलों को अंजाम दिया है। दाऊद इब्राहिम के पांच-भाई बहन हैं। मुंबई ब्लास्ट के बाद दो भाई दाऊद से साथ दुबई भाग गए थे।
12 मार्च 1993 को मुंबई में हुए इन धमाकों ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था। इस धमाके का मुख्य साजिशकर्ता टाइगर मेमन ही था। 12 बम धमाकों में 257 लोगों की जान चली गई थी और करीब 700 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। भारत के इतिहास में इसे सबसे बड़ा आतंकी (terrorists) हमला माना जाता है।

इकबाल भटकल और रियाज भटकल भी कांग्रेस के शासनकाल में देश छोड़कर भाग गए थे। ये दोनों भाई इंडियन मुजाहिद्दीन के सरगना हैं। बाकी आतंकियों की तरह इनके भी पाकिस्तान या फिर दुबई में छिपे होने की आशंका व्यक्त की जाती है। ये वहीं से रहकर भारत में गुप्त सेल चलाते हैं।
इसके अलावा भाजपा शासनकाल में 1999 में हुए कंधार हाईजैक में जब देश में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार थी। इस दौरान 155 यात्रियों के बदले भाजपा सरकार को भारत की जेलों से तीन खूंखार terrorists मौलाना मसूद अजहर, मुश्ताक अहमद जरगर और अहमद उमर सईद शेख को छोड़ना पड़ा था।
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