डेस्क। देश में हर रोज नए-नए तरीके से साइबर फ्रॉड (Cyber fraud) को अंजाम दिया जा रहा है। साइबर ठग हर रोज लोगों के बैंक (bank) अकाउंट से पैसे उड़ा रहे हैं। इनसे बचने का कोई सीधा रास्ता तो नहीं है लेकिन जानकारी ही एक ऐसा हथियार है जो आपको इन ठगों (Cyber fraud) से बचा सकता है।
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फिलहाल एक नए तरह का स्कैम (scam) देश में चल रहा है जिसके बारे में आपको जानना बहुत जरूरी है। इस स्कैम का नाम डायल 401 है। आइए जानते हैं क्या है ये स्कैम और इससे बचने का तरीका क्या है ? दरअसल all Forwarding Scam सबसे खतरनाक स्कैम है। स्कैमर्स मोबाइल या इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर के रिप्रेजेंटेटिव के रूप में कॉल करते हैं। उनके इंटरनेट, अकाउंट सिक्योरिटी या सिम कार्ड के साथ कोई परेशानी होने का दावा करते हैं। वो तुरंत समस्या के समाधान के लिए कोड (जैसे 401) डालने को कहते हैं, जो स्कैमर्स (Cyber fraud) के नंबर पर कॉल फॉरवर्डिंग को एक्टिव करता है।
इससे स्कैमर्स को कॉल तक पहुंच, वॉयस OTP को इंटरसेप्ट करने की सुविधा मिलती है। स्कैमर्स (Cyber fraud) का सीधा-सीधा टारगेट बैंक (bank) अकाउंट डिटेल्स और संवेदनशील जानकारी चुराना होता है। ऐसे में कोड डायल करने से बचें और किसी से भी अपनी जानकारी शेयर न करें।
साइबर ठग (Cyber fraud) लोगों को फोन करके कुछ बातों में भरमाते हैं और फिर *401* डायल करने के लिए कहते हैं। इस नंबर के साथ ठग (Cyber fraud) आपको अपने नंबर को भी डायल करने के लिए कहते हैं। इसी के साथ उस नंबर को भी डायल करवाते हैं जिस पर उन्हें कॉल को फॉरवर्ड कराना होता है। इसके बाद आपके नंबर पर आने वाले कॉल ठग के नंबर पर फॉरवर्ड हो जाते हैं। उसके बाद वह आपके नंबर से नया सिम (SIM) कार्ड लेता है और आपका नंबर बंद हो जाता है। सिम कार्ड जारी होते ही ठग आपके बैंक (bank) अकाउंट में भी सेंध लगा देता है।
ऐसे करें बचाव :
– किसी भी तरह का कोड डायल न करें या किसी भी टेक्स्ट मैसेज का जवाब न दें। स्कैमर्स अधिकतर ऐसे तरीके अपनाते हैं।
– अपने फोन को सुरक्षित रखने के लिए बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन मेथर्ड का उपयोग करें।
– कभी भी किसी से भी OTP शेयर न करें। डेटा शेयर करने से पहले सामने वाले को वेरिफाई कर लें।
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