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Thursday, May 22, 2025

अंतरिक्ष से भी हमला होगा नाकाम, जानें क्या है US की गोल्डन डोम योजना

अमेरिका। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने इसी साल मार्च में अमेरिकी संसद में दिए अपने भाषण में इस्राइल के आयरन डोम सुरक्षा कवच (Israel’s Iron Dome) की तर्ज पर ही अपने देश में एक गोल्डन डोम (Golden Dome) बनाने का प्रस्ताव रखा था। मंगलवार को उन्होंने इस सिस्टम की तैनाती को लेकर मंजूरी भी दे दी। यह योजना अमेरिका की पहली ऐसी प्रणाली होगी जिसमें अंतरिक्ष में हथियार तैनात किए जाएंगे।

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चलिए आपको बताते हैं गोल्डन डोम डिफेंस सिस्टम (Golden Dome Defense System) क्या है? अमेरिका का गोल्डन डोम एक जमीनी और अंतरिक्ष आधारित मिसाइल शील्ड सिस्टम होगा, जो उड़ान के कई चरणों में मिसाइलों का पता लगाएगा, उन्हें ट्रैक करेगा और उन्हें नष्ट कर देगा। डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने नई प्रणाली की सफलता अमेरिका के लिए बहुत महत्वपूर्ण बताया। गोल्डन डोम (Golden Dome) सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं है, इसके और भी व्यापक लक्ष्य हैं।

ट्रंप ने कहा कि यह भूमि, समुद्र और अंतरिक्ष में अगली पीढ़ी की तकनीकों को तैनात करेगा, जिसमें अंतरिक्ष आधारित सेंसर और इंटरसेप्टर शामिल हैं। गोल्डन डोम सिस्टम हाइपरसोनिक मिसाइलों को भी रोकने में सक्षम होगा। इस्राइल का आयरन डोम सिस्टम (Israel’s Iron Dome) छोटे से देश की रक्षा के लिए बना है। वहीं अमेरिका क्षेत्रफल में इस्राइल से 430 गुना और जनसंख्या में 35 गुना बड़ा है। यानी अमेरिका में इस्राइल जैसे डिफेंस सिस्टम को तैनात करना बड़ी चुनौती होगी।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने कहा है कि इस सिस्टम की कुल लागत लगभग 175 अरब डॉलर हो सकती है। ट्रंप ने इस योजना के लिए अब तक 25 अरब डॉलर की शुरुआती निधि की घोषणा की है। हालांकि, अमेरिका कांग्रेस के बजट कार्यालय ने जो अनुमान लगाया है, उसके अनुसार (Golden Dome) रक्षा प्रणाली की लागत 500 अरब डॉलर से ज्यादा होगी। ट्रंप ने लगभग तीन वर्षों में प्रणाली के चालू होने का दावा किया है, जो उनके कार्यकाल का आखिर होगा।

Tag: #nextindiatimes #GoldenDome #DonaldTrump #GoldenDomeDefenseSystem

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