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Sunday, May 19, 2024

बंगाल में पहले चरण में हिंसा के बाद चुनाव आयोग ने लिया ये बड़ा फैसला

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कोलकाता। लोकसभा चुनाव (Lok Sabha election) के पहले चरण में कूचबिहार (Cooch Behar) सहित उत्तर बंगाल की तीन सीटों पर मतदान (voting) के दौरान हुई छिटपुट हिंसा की घटनाएं सामने आईं जिसके बाद अब निर्वाचन आयोग (Election Commission) सख्त हो गया है और आने वाले चरणों के मतदान (voting) के लिए एक बड़ा फैसला लिया है।

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प्रथम चरण के चुनाव में हिंसा की घटनाओं से सबक लेते हुए निर्वाचन आयोग (Election Commission) ने दूसरे चरण के चुनाव (elections) के लिए राज्य में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPFs) की तैनाती बढ़ाने का फैसला किया है। चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के मकसद से राज्य में सीएपीएफ की 273 कंपनियां पहले से ही है और 30 अन्य कंपनियां रविवार तक राज्य में पहुंच जाएगी। इस तरह राज्य में 303 कंपनियों को तैनात कर दिया जाएगा। 30 अतिरिक्त कंपनियां सिक्किम (Sikkim) और मेघालय से आएंगी।

बता दें कि दूसरे चरण का चुनाव (elections) आगामी 26 अप्रैल को होगा। राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी (सीइओ) आरिज आफताब ने कहा कि दूसरे चरण के अंतर्गत रायगंज, दार्जिलिंग और बालुरघाट जिलों में चुनाव होगा। इसके लिए निर्वाचन आयोग (Election Commission) ने इन जिलों में सीएपीएफ की 303 कंपनियों को तैनात करने का फैसला किया है, ताकि चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से हो और राज्य में किसी भी प्रकार की अप्रिय स्थिति पैदा ना हो।

हालांकि इससे पहले शुक्रवार को ममता बनर्जी ने सीएपीएफ (CAPFs) के संदर्भ में लिखे गए पत्र को लेकर निर्वाचन आयोग (Election Commission) पर निशाना साधा था। एक चुनावी रैली में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सवाल किया था कि आखिर आप राज्य पुलिस को दरकिनार कर कैसे चुनाव संपन्न करा सकते हैं?

Tag: #nextindiatimes #ElectionCommission #voting

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