गाजीपुर। मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) के बड़े बेटे अब्बास अंसारी (Abbas Ansari) को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) से पैरोल मिलने के बाद कासगंज जेल से गाजीपुर जेल लाया गया है। बुधवार को सुबह करीब 9:00 बजे अब्बास (Abbas Ansari) को लाया गया। अब्बास अंसारी को जिला जेल के बैरक नंबर 10 में रखा गया है।
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जिला जेल से अब्बास अंसारी (Abbas Ansari) को मुहम्मदाबाद ले जाया जाएगा। जहां वह अपने पिता मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) के फातिहा पढ़े जाने के कार्यक्रम में शामिल होगा। अब्बास अंसारी (Abbas Ansari) को बैरक नंबर 10 में रखा गया है। यह वही बैरक है जिसमें गाजीपुर (Ghazipur) जेल में बंद रहने के दौरान मुख्तार अंसारी को रखा गया था। इससे पहले 29 अप्रैल 2023 को गैंगस्टर एक्ट के मामले में कोर्ट से सजा होने के बाद अब्बास अंसारी (Abbas Ansari) के चाचा और मुख्तार अंसारी के बड़े भाई अफजाल अंसारी को भी बैरक नंबर 10 में ही रखा गया था।
अफजाल अंसारी वर्तमान में गाजीपुर (Ghazipur) से सांसद है। सजा होने के बाद उनकी संसद सदस्यता को लोकसभा सचिवालय ने निरस्त कर दिया था। कोर्ट से राहत मिलने के बाद उनकी सांसदी बहाल हुई है। फिलहाल वह 2024 के चुनाव में समाजवादी पार्टी के सिंबल पर गाजीपुर से चुनाव लड़ेंगे।
बैरक नंबर 10 गाजीपुर के हाई सिक्योरिटी बैरक है। इसमे हाई डेफिनेशन सीसीटीवी कैमरे (CCTV camera) लगाए गए हैं। बड़ी संख्या में बैंक नंबर 10 में सिक्युरिटी तैनात की गई है। कासगंज जेल से पहले अब्बास अंसारी (Abbas Ansari) को चित्रकूट जेल में बंद रखा गया था। लेकिन नियमों के अनदेखी कर अपनी पत्नी निकहत अंसारी से मिलने का मामला प्रकाश में आने के बाद उन्हें कासगंज जेल शिफ्ट किया गया था।
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