डेस्क। ज्यादातर लोग फ्लाइट में काम करने वाली महिलाओं को कैजुअल एयर होस्टेस (air hostesses) कहते हैं। आपको बता दें कि यह शब्द कमर्शियल एविएशन के शुरुआती दिनों से ही चला आ रहा है लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि यही काम करने वाले पुरुषों को आखिर क्या कहा जाता है?
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आज की एविएशन इंडस्ट्री में जेंडर स्पेसिफिक जॉब टाइटल पुराने होते जा रहे हैं और इनका इस्तेमाल नहीं किया जाता। दुनिया भर की एयरलाइंस द्वारा अब ऐसे न्यूट्रल, प्रोफेशनल शब्दों को पसंद किया जा रहा है जो सभी क्रू मेंबर्स पर समान लागू होते हैं, भले ही उनका जेंडर कुछ भी हो। यही वजह है कि अब ‘एयर होस्टेस’ शब्द ऑफीशियली पसंदीदा टाइटल नहीं रहा।

आपको बता दें कि एयरक्राफ्ट में काम करने वाले पुरुषों के लिए सही और मॉडर्न शब्द फ्लाइट अटेंडेंट है। हालांकि उन्हें केबिन क्रू और पारंपरिक शब्द स्टीवर्ड के नाम से भी पहचाना जाता है। स्टीवर्ड शब्द हालांकि अभी भी इस्तेमाल होता है लेकिन आजकल कम आम है। ठीक इसी तरह महिलाओं को भी अब फॉर्मली एयर होस्टेस नहीं बल्कि फ्लाइट अटेंडेंट या फिर केबिन क्रू ही कहा जाता है।
एयरलाइंस मल्टीकल्चरल माहौल में काम करती है। इसी के साथ केबिन क्रू की जिम्मेदारी यात्रियों की सुरक्षा को सुनिश्चित करना, इमरजेंसी के दौरान मदद करना और सर्विस देनी होती है। साथ ही यह सब जेंडर की परवाह के बिना एक जैसी होती हैं। अब एक ही डेजिग्नेशन का इस्तेमाल करने से क्लैरिटी, समानता और प्रोफेशनलिज्म बना रहता है। इसी वजह से अगली बार जब भी आप फ्लाइट में हो और किसी पुरुष क्रू मेंबर को एड्रेस करना हो तो याद रखिएगा वह एयर होस्ट नहीं है बल्कि वह एक फ्लाइट अटेंडेंट है।
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