सिद्धार्थनगर। सिद्धार्थनगर (Siddharthnagar) जिले में पराली जलाने के मामलों पर प्रशासन सख्त रुख अपनाए हुए है। जिले में अब सेटेलाइट मॉनिटरिंग के जरिए पराली जलाने वाले किसानों की पहचान की जा रही है और नियमों के तहत उन पर जुर्माना भी लगाया जा रहा है।
यह भी पढ़ें-सिद्धार्थनगर में खाद तस्करी का बड़ा खुलासा, बगीचे में छिपाई गई 218 बोरी यूरिया बरामद
फसल कटाई के बाद पराली जलाने की घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। डुमरियागंज तहसील क्षेत्र के भड़रिया गांव में सेटेलाइट लोकेशन के आधार पर दो किसानों को पराली जलाते हुए पकड़ा गया। जांच में आरोप सही पाए जाने पर दोनों किसानों पर पाँच-पाँच हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया है।

प्रशासन के अनुसार डुमरियागंज क्षेत्र में अब तक सेटेलाइट के जरिए पराली जलाने की छह घटनाएं पकड़ में आ चुकी हैं। संयुक्त जांच में पुष्टि हुई कि भड़रिया गांव निवासी मोहम्मद अयूब पुत्र शहादत अली और शब्बीर हसन पुत्र मसरूफ पराली जला रहे थे, जिसके बाद उन पर तत्काल कार्रवाई की गई। अधिकारियों का कहना है कि पराली जलाने से वातावरण प्रदूषित होता है और खेतों की उर्वरता भी प्रभावित होती है। इसलिए किसानों से अपील की गई है कि किसी भी स्थिति में पराली न जलाएं, अन्यथा कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

डुमरियागंज उप जिला अधिकारी राजेश कुमार का कहना है कि, “पराली जलाना पूरी तरह प्रतिबंधित है। सेटेलाइट डेटा के आधार पर कार्रवाई की जा रही है। एकड़ के हिसाब से जुर्माना इस तरह तय किया गया है-एक एकड़ से कम पर ₹5,000, दो से पाँच एकड़ पर ₹10,000 और पाँच एकड़ से अधिक पर ₹30,000 का जुर्माना लगाया जाएगा।”
(रिपोर्ट- दीप यादव, सिद्धार्थनगर)
Tag: #nextindiatimes #Siddharthnagar #Farmers




