डेस्क। दिल्ली के लाल किले के पास हुए विस्फोट (Delhi blast) पर अमेरिका ने दुख जताया है और कांसुलर मदद की पेशकश की है। अमेरिकी विदेश विभाग ने विस्फोट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि वह ‘स्थिति पर कड़ी नजर रख रहा है’ और ‘कांसुलर सहायता प्रदान करने के लिए तैयार है’। चलिए आपको बताते हैं कांसुलर सहायता क्या होती है?
यह भी पढ़ें-जानें कब-कब दहल चुकी है दिल्ली, उस वक्त कितना हुआ था नुकसान?
कांसुलर मदद एक देश द्वारा अपने नागरिकों को विदेश में रहने या यात्रा करते समय दी जाने वाली सहायता और सलाह है। इसमें मृत्यु, गंभीर चोट या हिरासत जैसी आपातकालीन स्थितियों में सहायता प्रदान करना, कानूनी समस्याओं में मदद करना, और आपात स्थिति में अस्थायी यात्रा दस्तावेज जारी करना शामिल है। यह उन नागरिकों के लिए भी उपलब्ध है जो भारत में पंजीकृत हैं या विदेश में पढ़ रहे हैं।

इसके अंतर्गत विदेश में मृत्यु, गंभीर चोट, हिरासत या अन्य आपात स्थितियों में व्यावहारिक सलाह और सहायता प्रदान करने के अलावा यदि आप गिरफ्तार होते हैं, तो दूतावास आपके कल्याण की जांच कर सकता है, परिवार को सूचित कर सकता है और यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर सकता है कि आपके साथ उचित व्यवहार हो। आपातकालीन परिस्थितियों में अस्थायी यात्रा दस्तावेज जारी करना, रिश्तेदारों की मौत, लापता होने या अपहरण जैसे मामलों में सलाह और समर्थन देना आदि हैं।
कांसुलर मदद क्या नहीं कर सकती:
-सरकारी खर्च पर आपको स्वदेश वापस भेजना (सिवाय असाधारण परिस्थितियों के)।
-आपके वित्तीय दंड, होटल या अस्पताल के बिलों का भुगतान करना।
-बिना जमानत के आपको अग्रिम धनराशि देना।
-तत्काल पासपोर्ट जारी करना।
-कानूनी कार्यवाही में हस्तक्षेप करना या आपकी रिहाई के लिए न्याय प्रक्रिया में हस्तक्षेप करना।
-आपके लिए ट्रैवल एजेंसियों, बैंकिंग प्रणाली या बीमा कंपनियों के लिए खड़े होना।
Tag: #nextindiatimes #Delhiblast #US #America




