डेस्क। लंदन में शनिवार को ऐसा नजारा दिखा जो कुछ वर्षों में शायद ही नजर आया हो। यहां ब्रिटेन के इतिहास के सबसे बड़े दक्षिणपंथी प्रदर्शनों में से एक प्रदर्शन हुआ। इसमें 100,000 से ज्यादा प्रदर्शनकारियों ने हिस्सा लिया। इन्होंने इमिग्रेशन-विरोधी कार्यकर्ता टॉमी रॉबिन्सन के बैनर तले मार्च निकाला। Tommy Robinson की एक अपील पर 1 लाख से अधिक लोग इकट्ठा हो गए और सरकार के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर किया।
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प्रदर्शन के दौरान कई पुलिस अधिकारियों पर भी हमला किया गया। “यूनाइट द किंगडम” नाम से मशहूर इस मार्च में लगभग 1,10,000 लोग शामिल हुए। वहीं, रॉबिन्सन की रैली के विरोध में एक और रैली भी लंदन में हुई। “स्टैंड अप टू रेसिज्म” रैली में लगभग 5,000 लोग शामिल हुए। आइए जानते हैं कि कौन हैं टॉमी रॉबिन्सन (Tommy Robinson)?
41 साल के टॉमी रॉबिन्सन की असली नाम नाम स्टीफन याक्सली-लेनन है। रॉबिन्सन ने अदालतों और जेलों के चक्कर काटते सालों बिताए हैं, लेकिन एक बार फिर वह बड़े विरोध प्रदर्शन के केंद्र में हैं। उन्होंने अपना करियर गुस्से पर बनाया है। वे इस्लाम और ब्रिटेन में प्रवासियों के खिलाफ जहरीले बयान देते रहे हैं। वे मुख्यधारा के मीडिया और पुलिस के द्वारा उनके व्यवहार को लेकर गुस्सा जाहिर कर चुके हैं।

रॉबिन्सन आर्थिक मुश्किलों में भी घिरे रहे हैं। 2021 में दिवालिया घोषित करते हुए रॉबिन्सन ने बड़ी रकम जुए में गंवाने की बात स्वीकार की। उन्होंने अपने समर्थकों से हजारों पाउंड का दान लिया था। साल 2018 में उन्हें ट्विटर (अब एक्स) पर प्रतिबंधित कर दिया गया था। बाद में एलन मस्क के अधिग्रहण करने के बाद प्लेटफॉर्म पर उन्हें बहाल किया गया और अब एक्स पर उनके 10 लाख से ज्यादा फॉलोवर्स हैं।
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