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Monday, September 1, 2025

NATO या SCO? जानें कौनसा संगठन है ज्यादा मजबूत

डेस्क। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति शी चिनफिंग की शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन में तियानजिन में मुलाकात हुई। बैठक सकारात्मक माहौल में हुई जो निर्धारित समय से अधिक चली। इसी बीच NATO और शंघाई सहयोग संगठन यानि SCO को लेकर चर्चा उठी है कि दोनों में से कौन ज्यादा ताकतवर है? चलिए जानते हैं।

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नाटो की स्थापना 1949 में हुई थी और यह 30 देशों का सैन्य गठबंधन है, जिसमें संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, फ्रांस जैसे देश शामिल हैं। इसका मुख्यालय ब्रुसेल्स में है। 2023 के आंकड़ों के अनुसार, नाटो देशों के पास लगभग 33 लाख सक्रिय सैनिक, 7 लाख 38 हजार 700 पैरामिलिट्री जवान है। हथियारों की बात करें तो नाटो के पास 20 हजार 723 एयरक्राफ्ट हैं। ग्राउंड अटैक एयरक्राफ्ट नाटो के पास 1048, टैंकर एयरक्राफ्ट 678 हैं।

दूसरी ओर शंघाई सहयोग संगठन यानि SCO की स्थापना 2001 में हुई थी और इसमें वर्तमान में 10 सदस्य देश हैं जिनमें चीन, रूस, भारत, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान, उज्बेकिस्तान, बेलारूस, ईरान और पाकिस्तान प्रमुख हैं। इसका फोकस क्षेत्रीय सुरक्षा, आतंकवाद विरोधी सहयोग और आर्थिक भागीदारी पर है। SCO दुनिया की 40% आबादी और 30% वैश्विक GDP को कवर करता है।

सैन्य शक्ति की बात करें तो SCO के पास रूस और चीन जैसे परमाणु शक्ति संपन्न देश हैं। रूस के पास दुनिया का सबसे बड़ा परमाणु हथियार भंडार है, जबकि चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी अपनी मिसाइल तकनीक और साइबर युद्ध क्षमता के लिए जानी जाती है। नाटो का रक्षा बजट और तकनीकी इसे वैश्विक स्तर पर अधिक प्रभावशाली बनाती है, जबकि SCO क्षेत्रीय प्रभाव तक सीमित है। नाटो की ताकत इसकी एकजुटता और अमेरिका की सैन्य शक्ति में निहित है।

Tag: #nextindiatimes #SCO #NATO #PMModi

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