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Saturday, August 16, 2025

यह हिंदू शख्स था मुगल बादशाह अकबर का खास दोस्त, जंगल में हुई थी मुलाकात

डेस्क। आज का दिन दोस्ती के बंधन को सेलिब्रेट करने और दोस्तों के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करने का खास मौका है। Friendship Day के मौके पर वैसे तो आपने कई दोस्ती के किस्से पढ़े होंगे और सुने होंगे लेकिन आज हम आपको मुगल बादशाह अकबर (Akbar) और उनके एक खास हिंदू दोस्त के बारे में बताएंगे।

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मुगल इतिहास में बाबर के बाद सबसे ज्यादा अगर कोई इंटरेस्टिंग शख्स रहा है वो अकबर है क्योंकि अकबर 13 साल की उम्र में बादशाह बनने वाला पहला मुगल बादशाह था। बीरबल से अकबर (Akbar) पहली मुलाकात जंगल में हुई थी। अकबर जब रास्त भटक गए थे, तब बीरबल ने उन्हें सही रास्ता बताया था। उस वक्त बीरबल की चतुराई देखकर अकबर मुसकुराए भी और उनकी बुद्धि पर उन्हें नाज भी हुआ। लिहाजा बीरबल अकबर के दरबार के विशेष सलाहकार बन गए।

शुरुआत में बीरबल का नाम महेशदास था। अकबर (Akbar) ने महेशदास का नाम बदलकर बीरबल रख दिया। अपने इसी गुण से बीरबल बड़ी से बड़ी समस्या का हल भी निकाल लेते थे। अकबर और बीरबल इतने अच्छे दोस्त बन चुके थे कि उनकी दोस्ती बीरबल की मौत तक चली। यहां तक कि बीरबल वो व्यक्ति थे जिन्हें बादशाह अकबर ने कभी डांटा भी नहीं था।

जब फतेहपुर सीकरी का निर्माण हो रहा था, उस समय अकबर (Akbar) ने बीरबल के लिए भी एक किला बनवाने को कहा था ताकि उनकी मुलाकातें रोज हो सकें। पुर्तगाली पादरी Antonio Monserrate ने अकबर-बीरबल की दोस्ती का जिक्र करते हुए लिखा कि बीरबल अकबर के इतने चहेते थे कि बाकियों के मुकाबले उन्हें दरबार में देर से आने या फिर न आने पर भी किसी तरह की सजा का सामना नहीं करना पड़ा।

Tag: #nextindiatimes #Akbar #FriendshipDay

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