सिद्धार्थनगर। जिले के डुमरियागंज तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत खंता बेतनार से एक बड़ी खबर सामने आ रही है, जहां बाढ़ राहत (flood relief) कार्य के नाम पर ठेकेदारों द्वारा किसानों की जमीन पर जबरन काम कराया जा रहा है लेकिन उन्हें मुआवजा तक नहीं मिला। किसानों में आक्रोश है और उन्होंने जिला प्रशासन से न्याय की मांग की है।
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डुमरियागंज के ग्राम पंचायत खंता बेतनार में बाढ़ (flood) नियंत्रण के तहत नदी किनारे पत्थर और बोल्डर लगाने का कार्य चल रहा है। ठेकेदारों की टीम दिन-रात काम में जुटी है लेकिन इस राहत कार्य के पीछे एक बड़ा विवाद भी खड़ा हो गया है। किसानों का आरोप है कि यह कार्य उनकी निजी जमीन पर किया जा रहा है, जिसके लिए न तो उनकी सहमति ली गई और न ही आज तक कोई मुआवज़ा दिया गया।
किसानों के अनुसार बताया जा रहा है कि कुछ प्रभावित किसानों को तो भुगतान मिला है, लेकिन बड़ी संख्या में किसान आज भी मुआवज़े से वंचित हैं। हम प्रशासन से मांग करते हैं कि जमीन की पैमाइश कराकर जांच कराई जाए और जिन किसानों की जमीन ली गई है, उन्हें पूरा मुआवज़ा दिया जाए। दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए।

ग्राम पंचायत खंता बेतनार के किसानों की मांग स्पष्ट है कि उन्हें उनकी ज़मीन का वाजिब हक चाहिए। अगर जिला प्रशासन ने जल्द सुनवाई नहीं की तो आंदोलन की चेतावनी दी गई है। बाढ़ राहत (flood relief) कार्य जरूरी है लेकिन ज़मीन पर काम करने से पहले किसानों की सहमति और उनका मुआवज़ा उतना ही ज़रूरी है। देखना होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है।
(रिपोर्ट- दीप यादव, सिद्धार्थनगर)
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